प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश के परिधि एवं विश्राम गृहों में ठहरने का अनुभव अब और भी बेहतर होने जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से जारी बयान में एलान किया है कि प्रदेश में पहली बार इन परिसरों का मासिक गुणवत्ता प्रमाणन किया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यानी, हर महीने सभी विश्राम गृहों और परिधि गृहों की बारीकी से जांच होगी और जिनकी ग्रेडिंग बेहतर होगी, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। यह पहल पूरे देश में अपनी तरह की पहली है, जहां इस स्तर पर नियमित निरीक्षण का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि प्रदेश सरकार आगंतुकों को सर्वोत्तम और समान सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यही कारण है कि अब ये परिसर अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी पूरी तरह खोले गए हैं।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के मार्गदर्शन में सचिव लोक निर्माण डॉ. अभिषेक जैन ने बताया कि विभाग ने 50 बिंदुओं वाली विस्तृत चेक लिस्ट तैयार की है।
इसमें फर्श, छत, दीवार, सीलन-रिसाव, विद्युत प्रणाली, अग्निशमन यंत्र, सीवरेज, पानी की उपलब्धता, रसोई और शौचालय की सफाई, फर्नीचर की स्थिति, बिस्तर-बिस्तरबंद, पार्किंग और बगीचे की देखरेख तक सब कुछ शामिल है।bareilly-city-general,illicit liquor arrest,Bareilly Junction,Bihar prohibition,liquor smuggling,GRP arrest,RPF arrest,royal stag,signature liquor,blenders pride,Motihari Bihar,Uttar Pradesh news
डॉ. जैन का कहना है कि जब ठहरने के शुल्क सम्मानजनक रूप से बढ़ाए गए हैं, तो विभाग का दायित्व है कि हर आगंतुक को उतनी ही गुणवत्तापूर्ण सुविधा भी मिले। उनका मानना है कि इन प्रयासों से न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि विभाग की विश्वसनीयता भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी।
तिमाही आधार पर उन विश्राम गृहों को पुरस्कृत किया जाएगा
जूनियर इंजीनियर और सहायक अभियंता हर महीने जांच करेंगे। उनकी रिपोर्ट आनलाइन अपलोड की जाएगी, ताकि उच्च अधिकारी उसका विश्लेषण कर सकें।
तिमाही आधार पर उन विश्राम गृहों को पुरस्कृत किया जाएगा। जिनकी सफाई, रख-रखाव और स्टाफ का व्यवहार सर्वोत्तम दर्जा पाएंगे। वर्तमान में प्रदेश के 275 विश्राम गृहों के 1335 कमरे और 21 परिधि गृहों के 222 कमरे आगंतुकों के लिए उपलब्ध हैं। आनलाइन बुकिंग पहले से शुरू है और अब दिशा-सूचक पट्टिकाएं भी लगाई जाएंगी। |