जागरण संवाददाता, बक्सर। टिकट वितरण का दौर खत्म होते ही प्रमुख राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी को जिले की दो सीटों बक्सर और ब्रह्मपुर में असंतोष का सामना करना पड़ रहा है। सबसे दिलचस्प मामला बक्सर सदर सीट का है। यहां पार्टी से टिकट के लिए दो दर्जन से अधिक नेता अपने दावेदारी जता रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस सीट के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में पूर्व आइपीएस आनंद मिश्र के नाम की घोषणा होते ही टिकट के दूसरे दावेदारों ने अपनी पीड़ा को सार्वजनिक करना शुरू कर दिया। पार्टी के कई नेता इंटरनेट मीडिया पर खुलकर लिख रहे हैं कि वे पार्टी के लिए वोट मांगेंगे, लेकिन उम्मीदवार विशेष के लिए नहीं।
इधर, टिकट की दावेदारी जताने वालों में से एक नेता ने निर्दलीय के लिए पर्चा भर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि वह खुद को बिहार भाजपा के एक कद्दावर नेता और मंत्री का नजदीकी बताते रहे हैं।
इससे भी अधिक दिलचस्प बात यह है कि उनको चुनाव लड़ाने के लिए भाजपा के कम से कम पांच-छह ऐसे नेताओं ने चंदा देना और जुटाना शुरू कर दिया है, जो उनकी ही तरह खुद को भी टिकट का दावेदार मान रहे थे।
इनमें सबसे महत्वपूर्ण धनबल के सहयोग का दावा एक ऐसे व्यक्ति ने किया है, जो भाजपा में कभी किसी पद पर नहीं रहे हैं, लेकिन पहले उनका दावा होता था कि पार्टी उन्हें खुद ही बुलाकर टिकट दे देगी।
इधर भाजपा बिहार प्रदेश चिकित्सा प्रकोष्ठ के सह संयोजक डा. सत्य प्रकाश तिवारी जो ब्रह्मपुर सीट से दावेदारी कर रहे थे, अब जसुपा के टिकट पर मैदान में आ गए हैं। यह सीट भाजपा ने लोजपा के लिए छोड़ रखी है। |