टीचर की पिटाई से पांच वर्षीय मासूम की दर्दनाक मौत
संवाद सूत्र, कटकमसांडी (हजारीबाग)। कटकमसांडी के पदमा सीमा क्षेत्रावस्थित ग्रीन लैंड पब्लिक आवासीय विद्यालय में बुधवार को पांच वर्षीय छात्र साहुल मल्हार की स्कूल में शिक्षिका की पिटाई से मौत हो गई। घटना की जानकारी साहुल के सात वर्षीय बड़े भाई राहुल मल्हार ने परिवार और ग्रामीणों को दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मृतक के भाई राहुल ने बताया कि वह और साहुल दोनों हॉस्टल में रहकर अलग-अलग कक्षाओं में पढ़ाई करते थे। साहुल अक्सर माता-पिता की याद में गुमसुम रहता था और शिक्षकों को देखकर भयभीत हो जाता था। बुधवार सुबह करीब नौ बजे नाश्ते में रोटी और सब्जी परोसी गई।
पिटाई से साहुल की सांस थम गई
राहुल ने बताया कि साहुल खाना नहीं खा रहा था। इसी दौरान स्कूल की एक शिक्षिका ने साहुल को डांटते हुए छड़ी से पीटा। अचानक पिटाई से साहुल की सांस थम गई और वह जमीन पर गिर पड़ा।
राहुल ने बताया कि साहुल की आंखें खुली रह गईं, लेकिन वह हिल नहीं रहा था। स्कूल प्रबंधक व संचालक अर्जुन शर्मा पदमा कुटीपीसी के रहने वाले हैं। लगातार संपर्क साधने के बाद भी इनसे संपर्क नही हो सका है। बताया जाता है कि करीब 10 साल से वे यहां स्कूल का संचालक कर रहे हैं। दोनों बच्चों ने एक साल पहले स्कूल में दाखिला लिया था।
घटना के बाद आनन-फानन में लेकर गए अस्पताल
घटना के बाद शिक्षिका दौड़कर कार्यालय गई और बाकी शिक्षक कुछ समय बाद साहुल को उठाकर गाड़ी में ले गए। बताया जाता है कि आनन-फानन में स्कूल प्रबंधन बच्चे को दिखाने किसी अस्पताल में ले गए।Vivo V50 5G,Amazon Great Indian Festival,smartphone photography,Zeiss camera phone,mid-range smartphone,Vivo V50 5G discount,Snapdragon 7 Gen 3,6000mAh battery phone,90W fast charging,best smartphone deals
राहुल और अन्य बच्चों को बताया नहीं गया कि साहुल कहां ले जाया गया। लेकिन, बच्चे के मृत होने पर दोपहर को शव लेकर वापस स्कूल पहुंचे।
स्कूल प्रबंधन पर सख्त से सख्त कार्रवाई
वहीं घटना की सूचना मिलते ही रेबर गांव के ग्रामीण स्कूल पहुंचे और आक्रोशित होकर हंगामा शुरू कर दिया। उग्र भीड़ को देखकर विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिका भाग खड़े हुए। ग्रामीणों का कहना है कि मासूम की मौत बेहद दुखद है। स्कूल प्रबंधन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
साहुल के पिता रंजीत मल्हार मजदूरी के लिए बाहर गए थे और देर शाम तक घर लौटने की संभावना थी। शाम करीब सात बजे बच्चे का शव घर लाया गया है। मौके पर पुलिस मौजूद हैं।
वहीं बताया जाता है कि ग्रामीण और क्षेत्रीय बिचौलियों ने मामले में मध्यस्थता की कोशिश शुरू कर दी गई थी लेकिन पुलिस के पहुंचने पर वे भी गायब हो गए। विद्यालय प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
मृतक के बड़े भाई और अन्य बच्चों ने बताया कि साहुल अक्सर शिक्षक की कठोरता के कारण डरता था। ग्रामीण चाहते हैं कि दोषी शिक्षिका और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। |