रेलवे सुरक्षा बल अंबाला छावनी। (फोटो जागरण)
दीपक बहल, अंबाला। ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन (ओएचई) के पार्ट्स को चोरी करने के मामले में गिरफ्तार किए गए सतबीर ने कई आरोपितों के नाम उगल दिए, जिनको पकड़ने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने जाल बिछाया।
दूसरा शातिर आरोपित तो पकड़ में आया नहीं लेकिन जिस आरोपित को साथ लेकर गए थे, वह भी आरपीएफ की हिरासत से भाग निकला। पहले ताे घंटों तक आरोपित की तलाश की ताकि विभागीय जांच से बच सकें।
लेकिन जब वह नहीं मिला तो मामला अंबाला रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच गया।आरपीएफ के सीनियर डीएससी अरुण त्रिपाठी ने मामले में गंभीरता देखते हुए एक सब-इंस्पेक्टर समेत तीन आरपीएफ कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
अंबाला पहुंचे लखनऊ के अनुभवी इंस्पेक्टर
आरोपित की तलाश के लिए जहां टीम का गठन कर लिया है। वहीं, लखनऊ से एक अनुभवी इंस्पेक्टर को भी अंबाला बुलाया गया है। इस इंस्पेक्टर के कार्यकाल में भी एक आरोपित फरार हो गया था, लेकिन कुछ दिन बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस मामले में जांच कर रही पंजाब पुलिस भी डीआरएम कार्यालय अंबाला पहुंची। आरोपित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
बता दें कि अंबाला-धूरी रेल सेक्शन से ओएचई की तार चोरी हो गई थी। आरपीएफ ने आरपीयूपी अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी थी।
रेल संपत्ति का चोरी होना सिर्फ सामान की भरपाई नहीं बल्कि संरक्षा से भी जुड़ा होता है। इसलिए ऐसे संपत्ति चोरी के मामलों को गंभीरता से लिया जाता है।
इस मामले में अंबाला छावनी आरपीएफ पोस्ट ने आरोपित सतबीर सिंह को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में पता चला कि आरोपित अंबाला शहर के बलदेव नगर का रहने वाला है, जिस पर पहले भी मामले दर्ज हैं।ranchi-politics,Ranchi news, PESA rules, Jharkhand cabinet, Panchayati Raj Department, Rural self-governance, Women empowerment, Gram Sabha, Sectretariat Instruction, Jharkhand news, PESA Act,Jharkhand news
आरोपित को स्पेशल रेलवे मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसका दो दिन का रिमांड मिला। सूत्रों का कहना है कि आरोपित ने कहा कि रेल संपत्ति चोरी में उसके अलावा लालड़ू पंजाब के कुछ युवकों का हाथ है।
इनको गिरफ्तार करने के लिए आरपीएफ पोस्ट अंबाला से टीम लालड़ू गई। यहां पर झाड़ियों का फायदा उठाते हुए आरोपित टीम को चकमा देकर फरार हो गया। यह घटना सोमवार दोपहर की बताई जाती है, लेकिन आरोपित की तलाश के लिए जवानों ने अपने स्तर पर तलाश शुरू कर दी है।
काफी समय बाद भी आरोपित का पता नहीं चल पाया। ऐसे में सीनियर डीएससी ने घटनास्थल का दौरा किया और आरोपित को पकड़ने के लिए आरपीएफ की टीम का गठन किया है।
आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए मोहाली पुलिस में भी एक शिकायत दर्ज करवाई गई है। इस घटना की जानकारी मिलते ही पंजाब पुलिस अंबाला डीआरएम कार्यालय भी पहुंची।
जगाधरी इंस्पेक्टर करेंगे विभागीय जांच
इस पूरे मामले को लेकर आपराधिक मामला आरोपित के खिलाफ दर्ज कराया गया, वहीं सब-इंस्पेक्टर सहित तीन जवानों की विभागीय जांच शुरू कर दी है।
जगाधरी के इंस्पेक्टर को जांच का जिम्मा दिया गया है, जिसमें वह कर्मचारियों के बयान दर्ज करेंगे और इस में किस तरह की लापरवाही बरती गई है, इसकी रिपोर्ट देंगे। एक ओर आरोपित को पकड़ने के लिए टीमें छापामारी कर रही हैं, वहीं इन जवानों को लेकर भी विभागीय जांच इंस्पेक्टर शुरू करेंगे।
इस तरह दो साल पहले भी फरार हुआ था आरोपित
आरपीएफ की हिरासत से आरोपित के फरार होने का मामला करीब दो साल पहले भी आया था। आरोपित को रेलवे सिग्नल में इस्तेमाल होने वाले टुकड़ों को बरामद किया गया था। आरोपित को हवालात में बंद किया गया था, जबकि आरोपित बीड़ी पीने की तलब लगने का बहाना बनाकर हवालात से बाहर आया और फरार हो गया था।
सब-इंस्पेक्टर सहित तीन को सस्पेंड किया
आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट अरुण त्रिपाठी ने बताया कि आरोपित की तलाश के लिए टीमों का गठन कर दिया है। उन्होंने कहा कि एक सब-इंस्पेक्टर समेत तीन मुलाजिमों को सस्पेंड किया गया है। |