कारागार विभाग के लिए 27 नए पदों को स्वीकृति।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा विभाग के ढांचे का पुनर्गठन किया जाएगा। कैबिनेट ने इस ढांचे में महिला प्रधान बंदी रक्षक के दो, महिला बंदीरक्षकों के 22, अपर महानिरीक्षक कारागार का एक, रेजिडेंट मेडिकल आफिसर का एक और वैयक्तिक सहायक के एक पद के सृजन को स्वीकृति प्रदान कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यह भी निर्णय लिया गया है कि कारागार मुख्यालय में स्वच्छकार, माली एवं अधीनस्थ कारागारों में नाई व स्वच्छकारों की सेवाएं आउटसोर्स के माध्यम से ली जाएंगी।
प्रदेश में इस समय 13 जेल हैं। यहां अभी 189 महिला कैदी बंद हैं। इन महिला बंदियों पर नजर रखने और उन्हें विभिन्न कार्यों में सहयोग देने के लिए मात्र 27 पद स्वीकृत हैं। देखा जाए तो एक जेल में दो महिला बंदीरक्षकों के पद स्वीकृत हैं। इन महिला बंदीरक्षकों की आठ घंटे की ड्यूटी होती है।new-delhi-city-crime,delhi police,delhi police,delhi e-rickshaw accident,paharganj accident,student death delhi,negligent driving delhi,delhi road safety,police investigation delhi,e-rickshaw safety,delhi crime news,road accident delhi,Delhi news
यानी एक दिन में तीन महिला बंदीरक्षकों की ड्यूटी लगती है। इसके अलावा किसी महिला बंदी कैदी के बीमार होने अथवा अन्य कारणों के लिए अलग महिला बंदीरक्षक की आवश्यकता है। ऐसे में कारागार विभाग ने एक जेल में चार महिला बंदरीक्षकों के हिसाब से पद स्वीकृत करने का अनुरोध किया था।
यद्यपि, काफी मंथन के बाद महिला बंदीरक्षकों के 22 व प्रधान बंदीरक्षकों के नए पदों को स्वीकृत करने का प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष रखा गया। जिसे कैबिनेट ने स्वीकृति प्रदान की है।
साथ ही जेलों में महिला कैदियों को सुधारने के लिए बनाए जाने वाले सुधारात्मक विंग के लिए भी एक अपर महानिरीक्षक कारागार का पद स्वीकृत किया गया है। |