एमएमजी अस्पताल में पंजीकरण के लिए लाइन में लगे मरीज।जागरण
जागरण संवाददाता,गाजियाबाद। लीवर में संक्रमण के बाद जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती महिला समेत चार की मौत हो गई है। सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इमरजेंसी में सोमवार दोपहर को सत्यम एन्क्लेव के रहने वाले महेन्द्र की 60 वर्षीय पत्नी सरोज को उसके बेटे प्रवीण ने भर्ती कराया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सरोज को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। जांच के बाद ईएमओ ने मृत घोषित कर दिया। विजयनगर की चरन सिंह कॉलोनी के रहने वाले अनिल अपनी 26 वर्षीय पत्नी सर्वेश को बेहोशी की हालत में लेकर इमरजेंसी में पहुंचे। क्रानिक लीवर डिजीज के चलते जांच के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मानसरोवर पार्क लालकुआं के रहने वाले 50 वर्षीय सुरेश सिंह को उसके बेटे गौरव ने बेहोशी की हालत में भर्ती कराया। सीएमएस के अनुसार जांच के बाद मृत घोषित कर दिया गया। सुदामा पुरी के रहने वाले 45 वर्षीय रविन्द्र सिंह को दोपहर तीन बजे सीओपीडी की शिकायत पर भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान मौत हो गई।
सोमवार को ओपीडी में 72 बच्चों समेत बुखार के 477 मरीज पहुंचे। जिला एमएमजी अस्पताल, संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेड़ा अस्पताल की ओपीडी में कुल 3917 मरीज पहुंचे। इनमें 630 बीमार बच्चे शामिल रहे। ओपीडी में पहुंचे 27 लोगों को गंभीर हालत में भर्ती किया गया। इनमें से पांच को हालत बिगड़ने पर हायर सेंटर रेफर किया गया।
फिजिशियन डॉ. आलोक रंजन की सलाह है कि बुखार होने पर केवल पीसीएम की गोली लें। तीन दिन बाद डेंगू और मलेरिया की जांच कराएं। फुल स्लीव के कपड़े पहनें। मच्छरदानी लगाकर ही सोएं। घर में पानी एकत्र न होने दें। बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
42 बच्चों समेत 308 लोगों ने लगवाई एआरवी
सरकारी अस्पतालों में साेमवार को कुत्ते,बिल्ली और बंदरों के काटने पर कुल 308 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे। सीएमएस डा. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इनमें पहली डोज लगवाने वाले 42 बच्चों समेत 125 लोग शामिल हैं।
जिला एमएमजी अस्पताल में 171 में से 22 बच्चों समेत 89 लोगों ने पहली डोज लगवाई। संयुक्त अस्पताल में 137 में से 20 बच्चों समेत 36 लोगों को पहली डोज लगाई गई। चार लोगों को एंटी रेबीज सीरम भी लगाया गया। |