भोजपुर में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, आरा। अपराध नियंत्रण, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से जिले के हाइवे पर स्थित महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर अब ऐसे उन्नत कैमरे लगाए जाएंगे, जो गुजरने वाले वाहनों की नंबर प्लेट को स्पष्ट रूप से कैद करेंगे। ये कैमरे आटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन तकनीक से लैस होंगे, जिससे संदिग्ध वाहनों पर तुरंत कार्रवाई संभव हो सकेगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रशासन का कहना है कि इस तकनीक से पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में बड़ी मदद मिलेगी, साथ ही यातायात व्यवस्था भी अधिक प्रभावी होगी। कैमरे लगाने को लेकर पुलिस अधिकारियों और संबंधित निजी एजेंसी के बीच बात फाइनल हो गई है। पुलिस विभाग जल्द ही इस प्रणाली को लागू करने की तैयारी में है।
माना जा रहा है कि इस तकनीक से अपराध में शामिल व्यक्ति के साथ-साथ उसके द्वारा उपयोग किए गए वाहन की भी पहचान आसानी से हो सकेगी। करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से जिले में 70 से अधिक जगहों पर अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
इसके अलावा इस बार कुछ विशेष स्थानों पर एएनपीआर कैमरे लगाने की भी योजना बनाई गई है। एक निजी एजेंसी को इसका जिम्मा दिया गया है। इससे पहले आरा नगर निगम क्षेत्र के लिए 350 हाई-टेक कैमरे खरीदे गए थे, जिनकी मदद से कई मामलों का सफलतापूर्वक खुलासा हुआ है।
एसपी राज ने ‘दैनिक जागरण’ को बताया कि नंबर प्लेट कैप्चर करने वाले कैमरे लगाने के लिए कई स्थानों की पहचान कर ली गई है। इनमें आरा–छपरा फोरलेन पर झलुकनगर, आरा–पटना हाइवे पर मनभावन चौक, कायमनगर, सकड्डी, गीधा, उदवंतनगर का जीरो माइल और बामपाली शामिल हैं।
इन क्षेत्रों में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 22 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि हर मूवमेंट पर निगरानी रखी जा सके। आज के समय में सीसीटीवी कैमरे पुलिस के लिए जरूरी हथियार बन चुके हैं। कई मामलों में सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने गुत्थियां सुलझाई हैं। ऐसे में महत्वपूर्ण स्थानों पर कैमरों की कमी होने से जांच में कई बार कठिनाइयां आती हैं, जिसे अब दूर किया जाएगा।
क्या है स्वचालित नंबर प्लेट पहचान कैमरा?
- वाहन की नंबर प्लेट को स्वतः पढ़ने और पहचानने की तकनीक
- उच्च गुणवत्ता वाला लेंस, जिससे नंबर प्लेट ज़ूम करने पर भी साफ पढ़ी जा सके।
- रात या कम रोशनी में भी स्पष्ट फोटो कैप्चर करने की क्षमता।
- 60–120 किमी/घंटा या उससे अधिक गति से गुजरते वाहनों की नंबर प्लेट भी ब्लर नहीं होती।
- कैमरा सिर्फ फोटो नहीं लेता, बल्कि साफ़्टवेयर के माध्यम से नंबर को सिस्टम में दर्ज भी करता है।
- बारिश, धूल और धूप जैसे कठिन मौसम में भी लगातार काम करता है।
- पुलिस कंट्रोल रूम/सर्वर से जुड़कर रियल-टाइम डेटा भेजता है।
- कहां उपयोग होता है?
- संवेदनशील सुरक्षा बिंदु
- हाईवे और टोल प्लाजा
- शहरों के चौक-चौराहों पर
- ट्रैफिक सिग्नल
- पार्किंग एरिया
हाइवे के कुछ महत्वपूर्ण स्थानों पर नंबर प्लेट कैप्चर करने वाले कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और कुछ जगहों को चिह्नित भी कर लिया गया है। -राज, एसपी भोजपुर |
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