फाइल फोटो।
जासं, जमशेदपुर। सिदगोड़ा थाना पुलिस ने 50 लाख रुपये के चर्चित चिटफंड घोटाले में आठ महीने से फरार चल रही मां-बेटी की जोड़ी शिल्पा राय और साइना राय को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों दर्जनों लोगों से लाखों रुपये जमा कराने के बाद फरार हो गई थीं। पुलिस ने सोमवार को दोनों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बागुन नगर की रहने वाली शिल्पा राय और उसकी बेटी साइना राय शहर छोड़कर कोलकाता में छिपी हुई हैं। सर्विलांस और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने उनका सटीक ठिकाना एए-32, शकुंतला पाली, पोस्ट- कृष्णापुर, थाना- न्यू टाउन (कोलकाता) चिह्नित किया। विशेष टीम ने वहां छापा मारकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
मामला अप्रैल में दर्ज हुआ था बारीडीह निवासी मुरली राव ने 10 अप्रैल को सिदगोड़ा थाना में दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि शिल्पा और साइना ने चिटफंड योजना के नाम पर उनसे और अन्य कई लोगों से लाखों रुपये जमा कराए। कुछ समय तक मनमाफिक ब्याज देने का वादा कर विश्वास जीता और फिर अचानक पैसे लेकर फरार हो गईं। जांच में पता चला कि दोनों का स्थायी पता बी/35, इंदिरा रोड, बागुन नगर, बारीडीह है।
40–50 लाख रुपये से अधिक की ठगी की आशंका शिकायतें बढ़ने के बाद पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू की, लेकिन वे शहर छोड़कर पश्चिम बंगाल चली गई थीं। थाना प्रभारी के अनुसार, अब तक दर्जनों लोग शिकायत लेकर थाने पहुंच चुके हैं। सभी ने समान तरीके से ठगे जाने की बात कही है। प्राप्त शिकायतों के आधार पर घोटाले की राशि 40 से 50 लाख रुपये से अधिक होने का अनुमान है। पुलिस का कहना है कि यह सुनियोजित आर्थिक अपराध है, जिसमें मां–बेटी ने व्यवस्थित तरीके से लोगों का भरोसा जीता और फिर जीवनभर की पूंजी लेकर गायब हो गईं।
जमशेदपुर में बार-बार दोहराया जा रहा चिटफंड पैटर्न
शहर में चिटफंड और कमेटी के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले वर्ष मानगो और टेल्को क्षेत्रों में “बीसी/कमेटी” चलाकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोहों का भंडाफोड़ हुआ था।
दो साल पहले सोनारी में एक निजी फाइनेंस कंपनी ने दोगुने पैसे लौटाने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से धोखाधड़ी की थी। साकची बाजार में भी निवेश और मोटा मुनाफा देने के नाम पर कई दुकानदारों को चूना लगाया गया था।
सिदगोड़ा में सामने आया यह मामला शहर में सक्रिय ऐसे ठगी नेटवर्कों का ताजा उदाहरण है, जहां लालच और भरोसा हथियार बनाकर आम लोगों की जमा–पूंजी पर वार किया जाता है। पुलिस ने बताया कि मामले में आगे और भी खुलासे होने की संभावना है, क्योंकि कई पीड़ित अब भी थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करा रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |