जिला कांगड़ा के माजरा में जिंदा गाय को नोचते कुत्ते।
अश्वनी शर्मा, जसूर (कांगड़ा)। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में पशु क्रूरता का शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। इंदौरा क्षेत्र के माजरा में जिंदा गाय को सैकड़ों कुत्तों के आगे नोचने के लिए छोड़ दिया गया। कुत्तों द्वारा नोची जा रही जिंदा गाय का एक वीडियो भी आसपास के लोगों ने बनाया और इसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया।
इसके बाद सूचना मिलने पर क्षेत्र के स्थानीय धार्मिक व राष्ट्रवादी लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस को दी। जिस पर यह मामला खुला और पुलिस ने मौके पर जाकर उस गाय को कुत्तों से छुड़ाया और उपचार के लिए गौशाला में भेजा।
जानकारी के मुताबिक पठानकोट की रहने वाली एक महिला द्वारा माजरा में निजी तौर पर एक संस्था बनाई है। संस्था द्वारा माजरा में लगभग 300 कुत्तों के लिए एक शेड बना रखा है। इसमें वह आवारा कुत्तों को सरंक्षित करती हैं। यहां पर महिला ने भारी संख्या में आवारा कुत्ते इकट्ठे कर रखे हैं और ऊंची ऊंची दीवारों से चारदिवारी बना रखी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लोगों का आरोप जिंदा पशु कर देती है कुत्तों के हवाले
स्थानीय लोगों का यह आरोप यह है कि उक्त महिला इन कुत्तों को खाने के लिए जिंदा पशुओं को उनका भोजन बनाकर परोस देती है। चर्चा है कि यह पशु क्रूरता का कार्य पिछले काफी समय से चल रहा है।
ग्रामीणों की शिकायत पर भी नहीं हुआ अमल
मामले में गांववासियों ने इसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन से भी कई बार की, परंतु महिला के आगे गांववासियों की एक न चली। जब गांव वाले पंचायत प्रधान सहित उसको कई बार समझाने भी गए तो भी वह उनसे झगड़ा करने को उतारू हो जाती थी। लोगों के अनुसार उसका कहना रहता था कि मैं अपनी जमीन में जो चाहे कर सकती हूं। आपको इससे क्या लेना देना है।
पंचायत से नहीं ली है अनुमति
डमटाल पंचायत प्रधान जीत राम का कहना है कि उक्त जगह जो कुत्तों के लिए आश्रय स्थल बनाया गया है, इसकी कोई अनुमति पंचायत से नहीं ली गई है। इस संबंध में इस जगह की संदिग्ध गतिविधि की शिकायत स्थानीय लोगों ने प्रशासन को भी दी थी। यह बेहद शर्मनाक कृत्य है, मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
संस्था के तमाम दस्तावेजों की उच्चस्तरीय जांच हो : पूर्व विधायक
पूर्व विधायक इंदौरान मनोहर धीमान ने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा बहुत पहले इस बारे में प्रशासन को अवगत करवाया था, समय रहते कार्रवाई की गई होती तो यह नौबत नहीं आती। उक्त संस्था के तमाम दस्तावेजों की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि यह धारा 118 का भी उल्लंघन है। कैसे जमीन बाहरी लोगों को मिली है या किस के नाम जमीन है। मामला पत्राचार के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल के समक्ष उठाया जा रहा है।
क्या कहते हैं विश्व हिंदू परिषद पदाधिकारी
विश्व हिन्दू परिषद प्रांत सह प्रचार प्रसार प्रमुख राजीव वशिष्ठ का कहना है कि सीमांत क्षेत्र में हो रही ऐसी गतिविधियां बेहद निंदनीय हैं। कुछ लोग संस्था के नाम ऐसे करित्यों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे लोगों और इस घटना में संबंधित सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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मामले की उचित जांच होगी : एसडीएम
इस मामले में उन्हें लोगों ने ज्ञापन भी दिया है। पुलिस को एफआईआर दर्ज कर इसकी छानबीन के निर्देश भी दिए हैं। अभी हाल ही में समाने आए मामले के बाद लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल भी मिला। लोगों को आश्वासन दिया गया है कि सही ढंग से मामले की जांच होगी और दोषी छोड़े नहीं जाएंगे।
-सुरेंद्र ठाकुर, एसडीएम, इंदौरा।
पशु क्रूरता का मामला दर्ज : डीएसपी
पुलिस द्वारा आरोपित महिला सोनिया चौधरी निवासी सैली कुल्लियां तहसील एवं जिला पठानकोट के खिलाफ पशु क्रूरता के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर पुलिस की ओर से अपनी आगामी जांच की जा रही है।
-संजीव कुमार, डीएसपी, इंदौरा। |