Fake currency trade busted in UP Gang Members Arrested in Auraiya After Mahoba
जागरण संवाददाता, औरैया। यूपी में नकली नोट का गिरोह पकड़ा गया है। पहले महोबा में ढाई लाख के नकली नोट के साथ एक आरोपित पकड़ा गया। इसके बाद औरैया में भी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। गिरोह के छह सदस्य पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसमें नकली नोटों का बड़ा राजफाश हुआ है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सदर कोतवाली, एसओजी व सर्विलांस टीम ने छह टप्पेबाजों को रविवार देर रात डेढ़ बजे गिरफ्तार किया है। जिनसे 2.20 लाख के जाली नोट, 75 लाख चिल्ड्रन बैंक सदृश्य नोट, 5.7 लाख रुपये के असली नोट बरामद किए गए। घटना में प्रयुक्त लाल-नीली बत्ती व न्यायाधीश प्लास्टिग लोगो लगी क्रेटा कार और एक न्यूज चैनल माइक आइडी मिली है। आरोपित एटा, मथुरा, नई दिल्ली व राजस्थान के रहने वाले हैं। सोमवार शाम सदर कोतवाली में एसपी अभिषेक भारती ने गिरोह का राजफाश किया। आरोपित देवकली चौकी के पास से पकड़े गए।
बिना नंबर प्लेट की कार में थे सभी
देवकली चौकी के पास से लाल नीली बत्ती व न्यायाधीश प्लास्टिग लोगो लगी बिना नंबर प्लेट की हुंडाई क्रेटा कार के निकलने की सूचना पुलिस को मिली थी। घेरेबंदी करके एसओजी समेत अन्य टीम ने बैरिकेड्स पर आरोपित को रोक लिया। 31 वर्षीय मनीष पुत्र कृष्ण कुमार पचौरी निवासी शांतीनगर थाना नगर कोतवाली जनपद एटा, 36 वर्षीय मुनेश चंद्र पुत्र महेश चंद्र निवासी बडागांव थाना पिलुआ जनपद एटा, 25 वर्षीय राहुल पुत्र संजीव शर्मा निवासी राधापुरम थाना जनपद मथुरा, मथुरा के ही ज्योती नगर थाना कोतवाली नगर निवासी 20 वर्षीय दिलीप पुत्र पूरन सिंह, 28 वर्षीय आकाश विचपुरिया पुत्र सुशील गुप्ता महिपालपुर एक्सटेंसन नई दिल्ली व 44 वर्षीय इंद्रजीत यादव पुत्र छज्जूराम निवासी नन्नेगवास तहसील बहरोड थाना मड्डेन जिला अलवर राजस्थान को गिरफ्तार किया गया।
इंटरनेट मीडिया के जरिए इस तरह से देते थे लालच
आरोपितों के कब्जे से जाली व चिल्ड्रन बैंक के नकली नोट मिले। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि हम लोग इंटरनेट मीडिया इंस्टाग्राम के जरिये लोगों को लालच देकर एक लाख असली रुपये के बदले में चार लाख नकली नोट देने की बात कहते थे। आज जो हमारी जेबों से 500 के नोट आपको तलाशी में मिले है यह सभी नकली नोट हैं। काले बैंग से जो 500 के असली नोट मिले हैं यह हम लोगों द्वारा नकली नोट देकर प्राप्त किए हुए हैं। जो नोट ब्राउन बैंग से मिले हैं वह बच्चों के खेलने वाले नोट हैं। जो व्यक्ति हमारे जाल में फंस जाता था, उसे हम कोई जगह चिह्नित करके रुपये बदलने के लिए बुलाते थे। कही पकड़े न जाए इसलिए हम लोग गाडी में न्यायाधीश का लोगो व लाल नीली बत्ती लगाए रहते थे। न्यूज चैनल की आईडी का प्रयोग करते हैं। एसपी ने इस सफलता पर प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह, स्वाट टीम प्रभारी प्रशांत सिंह समेत पूरी टीम की प्रशंसा की है। |