कोईलवर में राजस्व महाअभियान
संवाद सूत्र, कोईलवर (भोजपुर)। राज्य सरकार द्वारा संचालित राजस्व महाअभियान के तहत कोईलवर अंचल में जमीन से जुड़े अभिलेखों को दुरुस्त करने के लिए व्यापक स्तर पर काम चल रहा है। जमाबंदी में नाम, पिता का नाम, खाता–खेसरा, रकबा समेत अन्य त्रुटियों को सुधारने के लिए बड़ी संख्या में लोगों से आवेदन और शपथ पत्र लिए गए हैं। इन सभी दस्तावेजों को बिहार भूमि पोर्टल पर ऑनलाइन अपलोड कर अभिलेख अद्यतन किए जा रहे हैं। सोमवार को दैनिक जागरण के ‘अभियान ऑन स्पॉट’ के दौरान अंचल कार्यालय कोईलवर का निरीक्षण किया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राजस्व पदाधिकारी राज भूषण सिंह ने बताया कि अंचल में अब तक कुल 8800 जमाबंदी सुधार आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें जांच के दौरान करीब 250 आवेदन दोहरी प्रविष्टि (डुप्लीकेट) के पाए गए, जिन्हें अलग कर सूचीबद्ध किया गया है।
अभियान को सफल बनाने के लिए 10 अमीनों की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो सर्वे, सत्यापन और स्कैनिंग के कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि सभी आवेदनों की स्कैनिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
वर्तमान स्थिति के अनुसार, 2200 से अधिक आवेदनों का डाटा बिहार भूमि पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। शेष डाटा को भी चरणबद्ध तरीके से ऑनलाइन किया जा रहा है।
यह काम कोईलवर अंचल कार्यालय एवं बीरमपुर पंचायत सरकार भवन में लगातार जारी है। कर्मी प्रतिदिन आवेदनों की प्रविष्टि कर रहे हैं ताकि लोगों को जल्द से जल्द अद्यतन अभिलेख मिल सके।
राजस्व पदाधिकारी ने बताया कि इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद भूमि संबंधी विवादों में कमी आएगी और नागरिकों को भूमि अभिलेखों से जुड़े कार्यों में पारदर्शिता व सहूलियत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राजस्व महाअभियान ने आम लोगों को अपनी जमीन का रिकॉर्ड सही कराने का एक बेहतरीन अवसर दिया है।
गौरतलब है कि राजस्व महाअभियान 15 अगस्त से 15 सितंबर तक चलाया गया था। इसके बाद 20 सितंबर से 15 अक्टूबर तक भूमि संबंधी दस्तावेज जमा करने हेतु विशेष शिविर लगाए गए थे।
हालांकि अभी तक अभियान की प्रक्रिया पूर्ण करने को लेकर विभाग ने किसी अंतिम समयसीमा की घोषणा नहीं की है, जिससे कुछ लाभुकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
फिर भी, अंचल प्रशासन का दावा है कि कार्य तेज गति से चल रहा है और शीघ्र ही सभी आवेदनों को पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा, ताकि लाभुक अपने अद्यतन अभिलेख का फायदा उठा सकें। |