प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) में गलत जानकारी देने पर रामपुर में प्रदेश का पहला मुकदमा दर्ज हुआ तो जिले से भी चौकाने वाली बात सामने आई। पता चला कि यहां कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां मतदाता बीएलओ द्वारा दिये गए गणना-पत्र के साथ दूृसरी जगह भी वोट रखने के लिए दूसरी इपिक आइडी के आधार पर उस वोट के लिए आनलाइन आवेदन कर रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मगर, यह जालसाजी सफल नहीं हो पाएगी। ऐसे एक-एक मामलों को चिह्नित किया जा रहा है। इसी में एक बात यह भी पता चली कि समान इपिक आइडी पर दो-दो दावेदार पहुंच रहे हैं। साफ है कि यह गलत तरीके से वोट बने थे। ऐसे मतदाताओं का सत्यापन भी किया जा रहा है। बीएलओ द्वारा दिये गए गणना-पत्र में मतदाता द्वारा अपनी ओर से स्वयं यह घोषणा कर देना होता है कि उसका एक जगह ही वोट है।
दूसरी जगह वोट के लिए कोई आवेदन नहीं किया। बावजूद दूसरी जगह आवेदन से यह साफ माना जाएगा कि जानबूझकर यह कृत्य किया गया है। लिहाजा, ऐसे लोगों पर कानूनी शिकंजा कसना तय है। चूंकि, रामपुर में सामने आया कि मां ने विदेश में रहने वाले अपने बेटों की जानबूझकर गलत जानकारी देते हुए उनके गणना-पत्र भर दिये। ऐसे में इस तरह के मामले जिले में भी दिखवाएं जा रहे हैं।
इधर, एसआइआर को लेकर रविवार को चलने वाले विशेष अभियान की स्थिति देखी गई। जिगर कालोनी स्थित होली का मैदान पर बूथ संख्या 259 से 263 का कार्य चल रहा है। यहां पर बीएलओ रितेश चौधरी, राजीव, बीना, सुषमा चौधरी मिलीं। मतदाताओं में फार्म भरने को लेकर उत्सुकता दिखी।
भाजपा की ओर से मंडल अध्यक्ष सोमपाल सिंह प्रजापति बीएलओ संग मिलकर मतदाताओं की समस्याओं का निराकरण कराते दिखे। पीएम श्री राजकीय कन्या इंटर कालेज में बूथ संख्या 411 से 416 का कार्य चल रहा है।
यहां बीएलओ विजय कुमार, नीरू चौहान, संदीप, रोहित व शारदा मिलीं। भाजपा की ओर से राजीव गोस्वामी मतदााताओं की समस्याओं को लेकर समन्वय करते दिखें। वोटर लिस्ट में नाम ना मिलने की कुछ शिकायतें आतीं रहीं, जिन्होंने इपिक आइडी के आधार पर खोजकर उनका गणना-पत्र भरवाया गया।
इन बातों का रखें ध्यान
- यदि किसी मतदाता का नाम दो स्थानों पर दर्ज है, तो वह केवल उसी स्थान पर गणना प्रपत्र भरे जहां वह वास्तविक रूप से निवास करता है।
- निवास स्थान से भिन्न किसी अन्य स्थान से प्रपत्र भरना, गलत जानकारी देना, तथ्य छिपाना अथवा दोहरी प्रविष्टि बनाए रखना, भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के अंतर्गत दंडनीय अपराध है।
- ऐसे मामलों में संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध नियम-संगत कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
- जिन व्यक्तियों अथवा उनके पारिवारिक सदस्यों द्वारा दो स्थानों से गणना प्रपत्र भरे गए हैं, जबकि वे सामान्यतः वहां निवास नहीं करते, उनके लिए रोलबैक का विकल्प उपलब्ध है। ऐसे व्यक्ति अपने बीएलओ से संपर्क कर अपनी प्रविष्टि में तत्काल संशोधन करा सकते हैं।
- इसके उपरांत भी यदि कोई व्यक्ति इस प्रकार की त्रुटि करता है अथवा मामला प्रशासन के संज्ञान में आता है, तो उनके विरुद्ध संबंधित नियमों के तहत कठोर एवं अपरिहार्य विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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