जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मौलाना आजाद मेडिकल काॅलेज (एमएएमसी) में मेडिकल इनोवेशन सेंटर (एमआईसी) आरंभ किया गया है। शुक्रवार को दिल्ली के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. पंकज कुमार सिंह ने फीता काट कर इसका शुभारंभ किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह सेंटर देश के सरकारी मेडिकल काॅलेजों में स्थापित होने वाला अपनी तरह का पहला माॅडल है, इससे स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता बढ़ेगी और दिल्ली को ‘हेल्थ–टेक राजधानी’ बनाने का मार्ग मजबूत होगा। जो शोध, चिकित्सा नवाचार व डिजिटल स्वास्थ्य तकनीक को नई दिशा देगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
स अवसर पर उन्होंने एमएएमसी में पांच से सात दिसंबर तक चलने वाले मेडटेक एक्स कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मौलाना आजाद मेडिकल कालेज की डीन डाॅ. मुनीषा अग्रवाल, एमआईसी की निदेशक डाॅ. सविता मिश्रा, डाॅ. अनुराग मिश्रा, लोकनायक अस्पताल के निदेशक डाॅ. बीएल चौधरी समेत प्रोफेसर, चिकित्सक और मेडिकल छात्र उपस्थित थे।
एमआईसी शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि एमआईसी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में शुरू किया गया यह साइबर–फिजिकल सिस्टम पर आधारित राष्ट्रीय मिशन के अनुरूप है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन ‘मेक इन इंडिया’ तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ को आगे बढ़ाता है।
कहाकि रोबोटिक्स, एआई और बायो–मेडिकल इंजीनियरिंग के बढ़ते उपयोग ने चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति ला दी है। एमआईसी नई वैक्सीन, डायग्नोस्टिक्स, डिजिटल हेल्थ टूल्स तथा एकीकृत डाटा प्रणाली तैयार करने में अहम भूमिका निभाएगा, जो वन हेल्थ मिशन को मजबूती देगा। आह्वान किया कि एमएएमसी के चिकित्सक, प्रोफेसर और शोधकर्ता इस माडल को और विकसित कर ऐसा आदर्श ढांचा तैयार करें जो पूरे देश के लिए मिसाल बने।
दिल्ली के चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को बताया देश का सबसे बेहतरीन
एमआइसी के शुभारंभ मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डा. पंकज कुमार सिंह ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को देश का सबसे बेहतरीन बताते हुए कहा कि सरकार स्वस्थ दिल्ली–सशक्त दिल्ली के विजन के तहत मेडिकल ढांचे को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
एमआईसी की विशेषज्ञता
मेडिकल इनोवेशन सेंटर (एमआईसी) मौलाना आजाद मेडिकल काॅलेज में स्थापित एक ऐसा अत्याधुनिक केंद्र है, जिसका उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और किफायती तकनीकी समाधान विकसित करना है। यह केंद्र चिकित्सकों, शोधकर्ताओं, इंजीनियरों और स्टार्ट-अप्स को एक साझा मंच देकर ऐसे उपकरण और डिजिटल-हेल्थ तकनीकें विकसित करने में सहयोग करेगा, जो भारतीय स्वास्थ्य-प्रणाली की व्यावहारिक जरूरतों के अनुरूप हों।
सेंटर में विचार से लेकर प्रोटोटाइप, परीक्षण, सुधार और क्लिनिकल वैलिडेशन सब कुछ एक ही स्थान पर होगा। दावा है कि चिकिस्ता के क्षेत्र में उपचार तंत्र, इंस्ट्रूमेंट के विकास की गति बढ़ेगी जो लागत को कम करेगी। यह केंद्र विशेष रूप से ऐसे मेड-टेक समाधान तैयार करने पर काम करेगा, जो संसाधन-सीमित अस्पतालों में भी आसानी से उपयोग हो सकें।
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