deltin33 • 2025-12-6 01:08:15 • views 142
जागरण संवाददाता, कन्नौज। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर कोहरे में वाहनों की अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे से घटाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा की जाएगी। ड्रोन से निगरानी के साथ हादसों के कारणों को जानने के लिए वीडियो रिकार्डिंग भी कराई जाएगी। हादसों से टूटे या तिरछे हुए क्रैश बैरियर भी ठीक कराए जाएंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सर्दियों में कोहरा पड़ते ही हादसा बढ़ जाते हैं। प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के आंकड़ों के अनुसार कोहरे में 70 प्रतिशत हादसे रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक होते हैं। कन्नौज जिले के दायरे में सबसे अधिक 84 किलोमीटर एक्सप्रेसवे गुजरा है। इससे हादसे जिले में ठठिया से सौरिख तक होते हैं।
यूपीडा ने इस बार कोहरा शुरू होते ही निर्धारित वाहनों की अधिकतम सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा को 75 किलोमीटर प्रतिघंटा करने का फैसला लिया है।
इससे चार पहिया वाहन 75 और बस समेत ट्रक जैसे भार वाहनों की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी। धुंध में वाहनों की रफ्तार की निगरानी लगाए गए सीसी कैमरों के अलावा ड्रोन से भी की जाएगी।
हादसों के कारणों को समझने के लिए ड्रोन से वीडियो रिकार्डिंग भी कराई जाएगी। फुटेज से दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों की वैज्ञानिक जांच और विश्लेषण कर हादसों की रोकथाम के प्रयास किए जाएंगे।
एसपी विनोद कुमार ने बताया कि कोहरे में समझदार वाहन चालक स्वयं रफ्तार कम कर लेते हैं, लेकिन यूपीडा के रफ्तार कम करने के फैसलों से हादसों पर अंकुश लगेगा। यातायात प्रभारी निरीक्षक रवि शंकर त्रिपाठी का कहना है कि अभी शासन से निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। निर्देश मिले ही निर्धारित रफ्तार का पालन कराया जाएगा।
कोहरे के कारण कन्नौज में हुए कुछ प्रमुख हादसे
- फरवरी 2019: पूर्व सांसद सुब्रत पाठक के पिता ओम प्रकाश पाठक और फूफा की मौत।
- जनवरी 2021: चार गाड़ियां आपस में टकराईं, 13 घायल हुए।
- दिसंबर 2022: घने कोहरे में कार सवार ईओ और लिपिक सहित तीन की मौत।
- जनवरी 2023: बस पलटने से तीन की मौत और 17 घायल।
- नवंबर 2024: तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराकर पलटी, तीन डाक्टरों समेत पांच की मौत।
सुरक्षा के लिए सुझाव
- धीमी गति: कोहरे में वाहन बहुत धीरे चलाएं, स्पीड कम रखें।
- हेडलाइट्स: फाग लाइट्स और हेडलाइट्स का इस्तेमाल करें।
- दूरी बनाए रखें: आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
- सावधानी: रुकने से पहले इंडिकेटर दें और सुरक्षित स्थान पर ही रुकें।
- विजिबिलिटी: अगर कोहरा बहुत ज्यादा हो, तो एक्सप्रेसवे पर गाड़ी चलाने से बचें या थोड़ी देर रुक जाएं।
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