Budh Gochar 2025: बुध गोचर।
आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। Mercury Transit Scorpio: बुध देव का वृश्चिक राशि में गोचर गहन मानसिक एकाग्रता, भावनात्मक जागरूकता और तेज इन्टूशन बढ़ाने वाला साबित होगा। रहस्य और गहराई का प्रतिनिधित्व करने वाली वृश्चिक राशि जब बुध देव की बुद्धि और विश्लेषण शक्ति से मिलती है, तब विचार स्पष्ट, सटीक और तीखे हो जाते हैं। चलिए जानते हैं कि बुध गोचर (Budh Gochar 2025) का सिंह से वृश्चिक राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है? विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सिंह (Leo) – बुध देव का वृश्चिक राशि में गोचर, 6 दिसंबर 2025
- सिंह राशि वालों के लिए बुध देव का यह गोचर ( 6 December 2025) चतुर्थ भाव को सक्रिय करेगा।
- आपका ध्यान भावनात्मक सुख, घर-परिवार और घरेलू संवाद पर अधिक रहेगा।
- आप परिवार से जुड़े मुद्दों को सुलझाने या अपने घर के माहौल को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे।
- बुध देव का दशम भाव पर दृष्टि कार्यक्षेत्र में ध्यान, निर्णय क्षमता और पेशेवर व्यवहार को अधिक सशक्त करती है।
उपाय
- गाय को हरा चारा अर्पित करें।
- घर में तालमेल और मेलजोल बनाए रखें।
कन्या (Virgo) – बुध देव का वृश्चिक राशि में गोचर, 6 दिसंबर 2025
- कन्या राशि वालों के लिए बुध देव का यह गोचर तृतीय भाव को प्रभावित करता है।
- संवाद, साहस और रचनात्मक एक्सप्रेशन में वृद्धि होती है।
- आप मीनिंगफुल बातचीत कर सकते हैं या कोई नया कदम उठाने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
- बुध देव का नवम भाव पर दृष्टि आध्यात्मिक वृद्धि, यात्रा-योजना और उच्च शिक्षा पर ध्यान बढ़ाती है।
उपाय
- प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- हर स्थिति का अत्यधिक विश्लेषण करने से बचें।
तुला (Libra) – बुध देव का वृश्चिक राशि में गोचर, 6 दिसंबर 2025
- तुला राशि वालों के लिए बुध देव का यह गोचर द्वितीय भाव में प्रवेश करेगा।
- वाणी, वित्त और परिवारिक संबंधों पर प्रभाव पड़ता है।
- आप संवाद में अधिक संवेदनशील हो सकते हैं, इसलिए यह समय परिवार में गलतफहमियां दूर करने के लिए लाभकारी है।
- बुध देव का अष्टम भाव पर दृष्टि साझा धन, रहस्यों और भावनात्मक गहराई को समझने में सहायता करता है।
उपाय
- मंदिर में हरी मूंग दाल अर्पित करें।
- संवाद में स्पष्टता और सरलता बनाए रखें।
वृश्चिक (Scorpio) – बुध देव का वृश्चिक राशि में गोचर, 6 दिसंबर 2025
- वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध देव का यह गोचर प्रथम भाव में होगा।
- सेल्फ-एक्सप्रेशन, आत्मविश्वास और विश्लेषणात्मक सोच मजबूत होती है।
- आपकी इन्टूशन बढ़ती है, और निर्णय अधिक तीव्रता और स्पष्टता से ले सकते हैं।
- बुध देव का सप्तम भाव पर दृष्टि साझेदारी, विवाह और रिश्तों में गहन संवाद व स्पष्टता लाती है।
उपाय
- विशेषज्ञ की सलाह के बाद हरा रत्न धारण करें।
- बातचीत में कठोर शब्दों से बचें।
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लेखक: श्री आनंद सागर पाठक, Astropatri.com, फीडबैक के लिए लिखें: hello@astropatri.com। |