प्रदूषण को रोकने के लिए मिस्ट स्प्रे प्रणाली के उपयोग पर जोर दिया जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली की सड़कों पर धूल प्रदूषण को रोकने के लिए मिस्ट स्प्रे प्रणाली के उपयोग पर जोर दिया जा रहा है। लोधी रोड सहित एनडीएमसी क्षेत्र में इसका पायलट प्रयोग सफल रहने के बाद दिल्ली की अन्य सड़कों पर इसे लगाने का निर्णय लिया गया है। इसी कड़ी में आइटीओ क्षेत्र के विकास मार्ग पर इसकी शुरुआत की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बृहस्पतिवार को आइटीओ क्षेत्र में मिस्ट स्प्रे प्रणाली का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पहले चरण में प्रदूषण की दृष्टि से चिन्हित नौ हाटस्पाट क्षेत्रों में 300 से अधिक मिस्ट स्प्रेयर प्रणाली लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद पूरे दिल्ली में इसका विस्तार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) सहित सभी संबंधित एजेंसियों को अपने-अपने क्षेत्रों में प्रदूषण रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि कूड़ा, टूटी सड़कें, गड्ढे, स्ट्रीट लाइट की खराबी, अतिक्रमण, सफाई एवं प्रदूषण से जुड़ी अन्य समस्याओं की शिकायत एवं समाधान के लिए एमसीडी-311 एप का उपयोग करें। मुख्यमंत्री ने सभी एजेंसियों को ऐसी शिकायतों पर 72 घंटे के भीतर कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
मिस्ट स्प्रे प्रणाली
बिजली के खंभों पर लगी मिस्ट स्प्रेयर प्रणाली में हाई-प्रेशर पंप और नाज़ल लगे होते हैं, जो आरओ-उपचारित जल की बारीक फुहार छोड़ते हैं। इससे वातावरण में मौजूद धूल और प्रदूषक तत्त्व नीचे बैठ जाते हैं तथा हवा की गुणवत्ता में सुधार होता है। एनडीएमसी क्षेत्र के लोधी रोड, शांति पथ और अफ्रीका एवेन्यू रोड पर इसका सफलतापूर्वक प्रयोग हो रहा है। द्वारका में भी एक स्थान पर इसे लगाया गया है। अब आइटीओ क्षेत्र में बिजली के 35 खंभों पर यह प्रणाली स्थापित की गई है। |