दीवानी न्यायालय परिसर में पहुंचे सीओ संजय कुमार रेड्डी। जागरण
विधि संवाददाता, देवरिया। भरण पोषण के मुकदमे में दीवानी न्यायालय आए बेटे ने माता के विरोध में पैरवी करने से नाराज दो अधिवक्ताओं पर जानलेवा हमला बोल दिया। एक अधिवक्ता का सिर फोड़ दिया तो दूसरे अधिवक्ता के चेहरे पर गंभीर चोटें पहुंचाईं। अन्य अधिवक्ताओं ने बीच बचाव कर जान बचाई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस ने आरोपित व उसकी मां के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इसको लेकर न्यायालय परिसर का माहौल गर्म रहा। घटना की जानकारी होने पर पुलिस अधिकारियों ने न्यायालय परिसर में पहुंचकर अधिवक्ताओं को शांत कराया।
परिवार न्यायालय में पति दशरथ व पत्नी राधिका देवी के बीच भरण पोषण का मुकदमा चल रहा है। बुधवार को इस मुकदमे में तारीख थी। शहर के उमा नगर के रहने वाले अधिवक्ता वाचस्पति पांडेय दशरथ के पक्ष में पैरवी के लिए परिवार न्यायालय पहुंचे। तभी दशरथ की पत्नी राधिका देवी अपने पुत्र पवन के साथ अधिवक्ता के पास जाकर अचानक हमला बोल दिया।
आरोपित पवन ने हाथ में पहने कड़े से चेहरे पर बार कर दिया। जिससे अधिवक्ता वाचस्पति पांडेय के मुंह व नाक पर गंभीर चोटें आईं। वह जमीन पर गिर गए। उन्हें बचाने आए सहयोगी अधिवक्ता दीपक उपाध्याय के सिर पर भी आरोपित पवन ने हमला कर दिया। उनका सिर फट गया।
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अधिवक्ताओं को लहूलुहान होता देख अन्य अधिवक्ताओं का ने हमलावर पवन को दौड़ाकर पकड़ लिया। परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों ने आरोपित को बचाते हुए नजारत कक्ष में बंद कर दिया। सूचना पर एएसपी आनंद पांडेय, सीओ संजय कुमार रेड्डी व शहर कोतवाल विनोद कुमार सिंह फोर्स के साथ पहुंचे। परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
अधिवक्ता आक्रोशित हो गए। अधिवक्ताओं की मांग थी कि आरोपित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो। अधिवक्ताओं के समझाने पर अधिवक्ताओं का गुस्सा शांत हुआ। शाम पांच बजे पुलिस आरोपित को लेकर कोतवाली गई। अधिवक्ताओं ने आगे की रणनीति तय करने के लिए आमसभा की बैठक बुलाने की मांग की है। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि घटना अप्रत्याशित व निंदनीय है। |