जिला एमएमजी अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाता किशोर। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता,गाजियाबाद। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बेशक नगर निगम द्वारा कोई शेल्टर होम तैयार नहीं किया गया है। आदेश के अनुसार चार सप्ताह का समय बीत गया है। नगर निगम खूंखार कुत्तों को ट्रेस करने के लिये स्थानों का चयन करने में जरूर लगा हुआ है। नगर निगम का दावा है कि मेवला अगरी गांव में शेल्टर होम के लिए जमीन चिन्हित की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसी क्रम में खूंखार कुत्तों का आतंक जारी है। 30 दिन में 1392 लोगों का कुत्तों ने काटकर घायल किया है। सबसे अधिक 877 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा है। 515 लोगों को पालतू कुत्तों ने काटा है। कुत्तों के साथ बिल्ली और बंदरों से भी लोग डर रहे हैं। एक महीने में 287 लोगों काे बिल्लियों ने काटा है।
इस अवधि में 464 लोगों को बंदरों ने और 66 लोगों को चूहे ने काटा है। 47 लोगों को जख्मी होने पर एआरवी के अलावा एआरएस भी लगाया गया है। जिला एमएमजी अस्पताल की एआरवी रिपोर्ट के अनुसार कुल 2209 लोगों ने एंटी रेबीज वैक्सीन की पहली डोज लगवाई लेकिन दूसरी डोज लगवाने केवल 1430 लोग ही पहुंचे। 779 डोज लगवाने नहीं पहुंचे। तीसरी डोज लगवाने 1390 लोग ही पहुंचे।
जिला एमएमजी अस्पताल की 21 अक्टूबर से 20 नवंबर तक की एआरवी रिपोर्ट का विवरण
- कुल 5056 एआरवी की डोज लगवाई गई हैं।
- 2209 को प्रथम,1430 को दूसरी,1390 को तीसरी और 27 लोगों को चौथी डोज लगी है।
- कुल 2209 में 1392 ने कुत्ते, 287 ने बिल्ली, 464 ने बंदर और 66 लोगों ने चूहे के काटने पर एआरवी लगवाई है।
43 बच्चों समेत 256 ने लगवाई एंटी रेबीज वैक्सीन
सरकारी अस्पतालों में बुधवार को कुत्ते,बिल्ली और बंदरों के काटने पर कुल 256 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे। रिपोर्ट के अनुसार पहली डोज लगवाने वाले 43 बच्चों समेत 130 लोग शामिल रहे। जिला एमएमजी अस्पताल में 165 में से 28 बच्चों समेत 97 लोगों ने पहली डोज लगवाई। संयुक्त अस्पताल में 91 में से 15 बच्चों समेत 33 लोगों को पहली डोज लगाई गई। दोनों अस्पतालों में 16 बुजुर्गों ने भी कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई। |