LHC0088 • 2025-12-4 13:37:59 • views 271
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा द्वारा कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर शक्ति प्रदर्शन के बाद छह दिसंबर को डॉ. बीआर आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर गौतमबुद्धनगर में बड़ा आयोजन करने की चर्चाओं पर बुधवार को विराम लग गया।
पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अब डॉ. बीआर आंबेडकर सहित अन्य महापुरुषों की जयंती-पुण्यतिथि उनके स्मारक स्थलों पर जाकर नहीं मनाएगी। अपने घर या पार्टी कार्यालय पर हाेने वाले कार्यक्रमों में ही उपस्थित रहेंगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को लखनऊ और गौतमबुद्धनगर के स्मारक स्थलों पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बसपा सुप्रीमो ने बुधवार को एक्स पर लिखा कि बसपा की सरकारों ने बहुजन समाज के महापुरुषों ज्योतिबा फुले, राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज, नारायणा गुरु, डॉ. आंबेडकर, कांशीराम आदि को सम्मान दिया, जिनकी जातिवादी पार्टियों ने उपेक्षा की थी।
बसपा के समय में लखनऊ व गौतमबुद्धनगर में महापुरुषों की याद में भव्य स्थल, स्मारक व पार्क आदि बनाए गए, जो अब इनके अनुयाइयों के लिये तीर्थस्थल का रूप ले चुके हैं। इन महापुरूषों की जयंती व पुण्यतिथि के मौकों पर वहां भारी भीड़ पहुंचती है। मेरे वहां जाने पर सुरक्षा प्रबंध की सरकारी व्यवस्था के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, उन्हें मुख्य स्थल से काफी दूर ही रोक दिया जाता है।
इसके कारण अब मैंने उन स्थलों पर स्वयं न जाकर अपने निवास स्थान पर या पार्टी कार्यालय में ही इन सभी महापुरुषों की जयंती व पुण्यतिथि आदि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने का यह फैसला लिया है।
उन्होंने आगे लिखा कि छह दिसंबर को डॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि पर पश्चिमी यूपी को छोड़कर शेष प्रदेश के कार्यकर्ता लखनऊ के डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल में और पश्चिमी यूपी, दिल्ली व उत्तराखंड के लोग नोएडा स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल में अपने परिवार सहित भारी संख्या में पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे। |
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