दिल्ली के डेयरी संचालक हत्याकांड में फरीदाबाद कनेक्शन सामने आया है। फाइल फोटो
सुधीर बैसला, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली में स्थानीय आया नगर गांव में डेयरी संचालक रतन लोहिया हत्याकांड के तार समीपवर्ती जिला फरीदाबाद से जुड़ते नजर आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली स्पेशल सेल की एक टीम मंगलवार तड़के फरीदाबाद के तिगांव गांव में छापा मारने गई थी। हालांकि, वह वहां से किसी को पकड़कर साथ नहीं ला सकी, केवल जरूरी जानकारियां लेकर आई है।
स्पेशल सेल को पता चला है कि छह महीने पहले अरुण लोहिया नामक जिस युवक की 20 से ज्यादा गोलियां मारकर छतरपुर मेट्रो स्टेशन के सामने हत्या की गई थी, वह तिगांव गांव का भांजा था। रतन हत्याकांड की छानबीन में स्पेशल सेल और फतेहपुर बेरी पुलिस मिलकर फरार हत्यारोपियों को पकड़ने के लिए जगह जगह छापामारी कर रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहीं, छापामारी की इसी कड़ी में स्पेशल सेल टीम तिगांव गांव में छापा मारकर बैरंग लौटी है। हालांकि, सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
स्पेशल सेल को इनपुट मिले हैं कि रतन की हत्या के बाद कुछ हत्यारोपी फरीदाबाद गुरुग्राम रोड से होते हुए फरीदाबाद की तरफ भागे थे। छानबीन में इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों की मदद से जो जानकारी सामने आई है, उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए फरीदाबाद में सक्रिय गैंगस्टर्स की मदद ली गई होगी।
स्पेशल सेल को आशंका है कि इस हत्या के बाद गैंगवार और बढ़ सकती है। ऐसे में दिल्ली से लेकर हरियाणा पुलिस काफी सतर्क है और आया नगर में होने वाली प्रत्येक गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। ज्ञात हो कि बीते रविवार सुबह करीब 6.25 बजे के आसपास आया नगर निवासी 52 वर्षीय रतन लोहिया अपने घर से अपनी दूध डेरी पर जाने के लिए निकले थे। जब वे डेयरी के पास एक गली में पहुंचे तो वहां पहले से कुछ बदमाश घात लगाए थे।
उन्होंने रतन को घेरकर उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर शरीर को छलनी कर दिया। लहूलुहान हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत बताया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उन्हें बहुत नजदीक से करीब 70 गोलियां मारी गई थीं।
बताते चलें, रतन लोहिया के बेटे दीपक पर करीब छह महीने पहले गांव के ही रहने वाले अरुण नामक युवक की हत्या का मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में वह जेल में है। पुलिस ऐसा मानकर चल रही है कि अरुण की हत्या का बदला लेने के लिए दीपक के पिता की हत्या हुई है। इस रक्तरंजित रंजिश की शुरुआत दीपक और अरुण के बीच उपजे एक प्रॉपर्टी विवाद से हुई थी।
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अरुण पर आरोप था कि विवाद को सुलझाने की बजाय उसने दीपक पर कातिलाना हमला कराया है, जिसमें दीपक बच गया था। कुछ दिन बाद अपने अरुण की हत्या कर दी गई और आरोप दीपक पर लगे। |