जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। एमसीए छात्र वतन राणा की संदिग्ध मौत के मामले में नंदग्राम पुलिस की लापरवाही के आरोपों के बीच जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। रविवार रात स्वजन ने लगातार दूसरे दिन नंदग्राम थाने का घेराव कर थाना पुलिस पर आरोप लगाए, जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के आदेश पर मामला क्राइम ब्रांच को भेजा गया। स्वजन का कहना है कि पुलिस तथ्य छिपा रही है और वतन की मौत हत्या का मामला है, जबकि थाना पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
26 नवंबर की शाम वतन राणा का शव अर्द्धनग्न अवस्था में संदिग्ध हालात में फंदे से लटका मिला था। स्वजन का दावा है कि जिस घर में शव मिला, उसका दरवाजा बाहर से बंद था, इसलिए आत्महत्या की संभावना नहीं बनती।
पिता राकेश राणा और बहन सुरभि ने आरोप लगाया कि घटना वाली रात पुलिस ने न सिर्फ उनके साथ अभद्रता की, बल्कि तीन दिन तक केस दर्ज नहीं करके जांच को भटकाने की कोशिश की। शनिवार के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने आरोपितों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया था, लेकिन किसी गिरफ्तारी न होने पर रविवार को फिर हंगामा हुआ।
स्वजन का कहना है कि उन्होंने एक युवती और दो युवकों पर शक जताया था, लेकिन पुलिस ने दोनों युवकों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया और युवती को आज तक हिरासत में नहीं लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाकर स्वजन को शांत किया। एसीपी नंदग्राम उपासना पांडेय के मुताबिक केस की जांच क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर हो गई है। जांच के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। |