इन्द्रानगर स्थित सीबीआइ कार्यालय के बाहर मौजूद बाबी पंवार। जागरण
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के स्नातक स्तरीय परीक्षा का पर्चा लीक होने के मामले में सीबीआइ ने स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष बाबी पंवार को पूछताछ के लिए बुलाया।
उनसे करीब नौ घंटे पूछताछ हुई। सीबीआइ ने पेपर लीक होने से लेकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने तक विस्तृत पूछताछ की। बयान दर्ज कराने के बाद बाबी पंवार ने कहा कि सरकार ने जो भर्तियां की हैं सभी की जांच की जाए। ऐसा न करने पर स्वाभिमान मोर्चा गांव-गांव जाकर अभियान चलाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सीबीआइ के नोटिस के बाद बाबी पंवार सोमवार सुबह करीब 11:30 बजे सीबीआइ कार्यालय इंद्रानगर पहुंचे। सीबीआइ अधिकारियों ने उनसे लंबी पूछताछ की।
रात 8:30 बजे वह सीबीआइ कार्यालय से बाहर निकले।
उन्होंने कहा कि सीबीआइ सिर्फ एक ही दिशा में काम कर रही है कि पेपर बाहर कैसे आया। जबकि 21 सितंबर को आयोजित पेपर से एक दिन पहले एसटीएफ ने नकल माफिया हाकम सिंह व उसके साथी को गिरफ्तार किया था, इस एंगल पर भी जांच होनी चाहिए।
बाबी पंवार ने कहा कि जिन भर्ती परीक्षाओं में घपलेबाजी हुई है उन सभी की सीबीआइ जांच करवाई जानी चाहिए। इन भर्ती घपलों में गिरफ्तार उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश के नकलमाफिया खुलेआम बाहर घूम रहे हैं।
सरकार सीबीआइ जांच करवाए। सीबीआइ जांच एक ही भर्ती तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।
प्रकरण में तीन आरोपित हो चुके हैं गिरफ्तार
21 सितंबर को यूकेएसएसएससी की ओर से स्नातक स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की गई थी। अभ्यर्थी खालिद ने हरिद्वार के बहादुरपुर जट स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कालेज से पेपर के तीन फोटो आउट किए, जोकि कुछ देर बाद इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गए।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण (ऋषिकेश) जया बलूनी की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन किया। एसआइटी की ओर से इंटरनेट मीडिया पर आउट हुए फोटो के सोर्स की जानकारी करने पर जनपद टिहरी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत महिला सुमन के पास प्रश्नों के फोटोग्राफ्स भेजे जाने की जानकारी मिली।
इस मामले में दो दिन पहले सीबीआइ ने असिस्टेंट प्रोफेसर (निलंबित) सुमन को गिरफ्तार किया था। इससे पहले मुख्य आरोपित खालिद व उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया जा चुका है। |