जागरण संवाददाता, बागपत। प्रतीक्षा की घड़िया खत्म हुईं। दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड हाईवे के बहुप्रतीक्षित एलिवेटेड भाग को खोल दिया गया है। अब बागपत से दिल्ली अक्षरधाम मंदिर तक केवल 20 से 25 मिनट में पहुंच सकेंगे।
रविवार रात से इस एलिवेटेड भाग पर एनएचएआइ ने ट्रायल रन शुरू कर दिया। दिल्ली में गीता कालोनी के पास और बागपत में ईस्टर्न पेरीफेरलएक्सप्रेस-वे पर लगे बैरियर हटा दिए गए और इस पर वाहनों ने फर्राटा भरना शुरू कर दिया। पूरा हाईवे शुरू होने में अभी दो से तीन महीने का समय लगेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हाईवे का एलिवेटेड भाग दिल्ली में गीता कालोनी के पास बागपत के मवीकलां में ईपीई इंटरचेंज तक है। यह 32 किलोमीटर का भाग पूरा हुए लगभग एक साल हो चुका है। इसको शुरू करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
सांसद डा. राजकुमार सांगवान ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस हिस्से को आम यात्रियों के लिए खोलने की मांग की थी। उन्होंने पत्र में लिखा था कि इस भाग के चालू न होने के कारण इसके सोलर पैनल और मीडियन पर लगे लाइट रिफ्लेक्टर असामाजिक तत्वों द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
सांसद ने निवेदन किया था कि जनता को हो रही भारी समस्या को देखते हुए हाईवे के अक्षरधाम से खेकड़ा के मध्य भाग को जनता के लिए खोलने के लिए एनएचएआइ को निर्देश जारी करें। इसके बाद रविवार रात से इस पर ट्रायल रन शुरू कर दिया गया। सोमवार सुबह इस पर वाहन दौड़ते दिखाई दिए। यात्रियों ने इस हिस्से के खुलने पर खुशी जाहिर की है।
पूरा हाईवे शुरू होने में लगेंगे दो-तीन महीने
दिल्ली-देहरादून एसेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड हाईवे की कुल लंबाई 213 किलोमीटर है। इसके जरिए दिल्ली से देहरादून ढाई घंटे में पहुंचा जा सकता है। अभी हाईवे पर बागपत समेत शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में थोड़ा-बहुत कार्य शेष है।
बागपत में इसका 42.8 किलोमीटर हिस्सा पड़ता है। यह हिस्सा लगभग पूरा हो चुका है और फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। पूरे हाईवे को शुरू होने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है। यानी अगले वर्ष फरवरी से पहले इसके शुरू होने की संभावना नहीं है।
टोल फ्री करें यात्रा
दिल्ली अक्षरधाम से मवीकलां इंटरचेंज तक लोनी में टोल प्लाजा है लेकिन इस 31.6 किलोमीटर के एलिवेटेड रोड पर फिलहाल कोई टोल नहीं देना पड़ेगा। इससे बागपत के हजारों लोगों को बड़ा लाभ होगा।
ट्रायल रन के साथ ही स्थायी रूप से चालू
ट्रायल रन के साथ ही माना जा रहा है कि यह भाग स्थायी रूप से चालू हो गया है। अगर ट्रायल के दौरान कोई गंभीर खामी सामने नहीं आती है तो इसे अब चालू ही रखा जाएगा। ट्रायल रन के दौरान मुख्य रूप से ट्रैफिक जाम प्वाइंट, बाटल नेक, कोई दुर्घटना संभावित क्षेत्र अथवा तकनीकी दोष देखे जाते हैं। पिछली बार जब कुछ दिनों के लिए इस पर ट्रायल रन शुरू हुआ था तो एलिवेटेड रोड की बेयरिंग में खामियां पाई गई थीं। इसके बाद इनको बदला गया था।
80 किमी प्रतिघंटा की गति
इस भाग पर कार के लिए गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा है। भारी वाणिज्यिक वाहनों के लिए गति सीमा 60 किमी प्रति घंटा है। फिलहाल इस पर दोपहिया भी चल रहे हैं। टोल शुरू होने के बाद इनके आवागमन पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
दैनिक जागरण ने चलाया था अभियान
दैनिक जागरण ने इस वर्ष सितंबर में इस हाईवे पर समाचारीय अभियान चलाते हुए बागपत से सहारनपुर तक ग्राउंड रिपोर्ट प्रकाशित की थीं। इन रिपोर्ट में सामने आया था कि अक्टूबर में इस हाईवे को शुरू करने का केंद्र सरकार का दावा सही नहीं है। अभी इसमें काफी काम शेष है। इस ग्राउंड रिपोर्ट के बाद एनएचएआइ ने काम को गति दी।
अक्षरधाम से मवीकलां ईपीई इंटरचेंज तक ट्रायल रन शुरू कर दिया गया है। ट्रायल रन के दौरान देखा जाएगा कि कहीं कोई कमी तो नहीं है। पूरा हाईवे शुरू होने में अभी थोड़ा समय लगेगा। -नरेंद्र कुमार, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ
मैंने प्रधानमंत्री से दिल्ली-दून ग्रीनफील्ड हाईवे के एलिवेटेड भाग को शुरू करने का निवेदन किया था। मेरा निवेदन स्वीकार करते हुए इस पर ट्रायल रन शुरू कर दिया गया है। इससे बागपत के हजारों लोगों को दिल्ली पहुंचने में बहुत आसानी होगी। -डा. राजकुमार सांगवान, सांसद
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