आदर्श स्कूलों में शिक्षकों की कमी। (जागरण)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। गरीब बच्चों को सीबीएसई पाठ पढ़ाने की यह उत्कृष्ट योजना ओडिशा आदर्श विद्यालय (ओएवि) है। लेकिन इसे कमजोर करने के लिए लगातार साजिशें हो रही हैं। केवल छात्रवृत्ति ही बंद नहीं हुई है, बल्कि शिक्षक भर्ती भी नहीं की जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके परिणामस्वरूप राज्य के 315 आदर्श विद्यालयों में 2,467 शिक्षक पद खाली पड़े हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, 2016 से अब तक ओडिशा के सभी 314 ब्लॉकों में एक-एक तथा भुवनेश्वर में एक अलग, कुल 315 ओडिशा आदर्श विद्यालय (ओएवि) की स्थापना हो चुकी है। इनमें वर्तमान में कुल 1,24,059 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं।
सामान्य धारणा है कि लोग सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने में रुचि नहीं रखते। लेकिन ओएवि ने इस धारणा को बदला है। यहां हर साल उपलब्ध सीटों से कहीं अधिक बच्चे दाखिला लेने की इच्छा व्यक्त करते हैं।
लेकिन शिक्षक नियुक्ति पर आवश्यक ध्यान नहीं दिया जा रहा, यह बात मंत्री द्वारा दी गई जानकारी से स्पष्ट होती है। यहां कुल 7,036 शिक्षक पदों में से केवल 4,569 पदों पर ही नियुक्ति हो सकी है। |