हसीन शाह, गाजियाबाद। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे, एनएच नौ, जीटी रोड, एनएच 58, दिल्ली सहारनपुर हाईवे गाजियाबाद सीमा क्षेत्र से होकर गुजर रहे हैं। इन पर तेज गति से वाहन चलते हैं। कोहरे में इन मार्गों पर अधिक हादसे होते हैं। लोग सड़क पर वाहन पार्क कर देते हैं। साइनेज और लेन मार्किंग ठीक नहीं है। अवैध कट बने हैं। ले-बाय नहीं बने हैं। लो विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ग ओवर स्पीडिंग, गलत तरह से ओवरटेकिंग, टेलगेटिंग यानी आगे वाले वाहन के बहुत नजदीक वाहन चलाना, हेड लाइट का उचित इस्तेमाल न करना, वाहन चलाते समय सावधानी न बरतना और नींद के झोंके आने से भी हादसा होने का खतरा रहता है। इन सभी विषयों पर जागरण संवाददाता हसीन शाह ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी मनोज कुमार सिंह से बातचीत की। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंश...।
सड़कों पर ओवरलोडिंग और जुगाड़ वाहन दौड़ रहे हैं?
सड़कों पर ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। कार्रवाई का हर माह का लक्ष्य निर्धारित है। जुगाड़ वाहनों पर भी कार्रवाई की जाती है। जुर्माना भी वसूला जाता है। जिस स्थान से वाहन लोड होता है वहां पर सख्ती बरती जानी चाहिए। तभी यह समस्या दूर होगी।
आरटीओ कार्यालय के बाहर कुछ लोग बिना टेस्टिंग के लाइसेंस बनवाने का दावा करते हैं। अप्रशिक्षित लोगों का लाइसेंस बनने से हादसे का खतरा रहता है?
आरटीओ परिसर के अंदर कोई इस तरह का व्यक्ति आकर दावा नहीं कर सकता है। बाहर क्या हो रहा है उसके बारे में कुछ नहीं बता सकते हैं। बिना टेस्टिंग के किसी का लाइसेंस नहीं बनाया जाता है। लाइसेंस बनाने में नियमों का पालन किया जाता है।आरटीओ कार्यालय की 49 सेवाएं फेसलेस हो चुकी हैं।
लोग सड़कों पर वाहन पार्क कर देते हैं और वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करते हैं?
सड़कों पर वाहन पार्क करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। लोगों को खुद भी जागरू होना पड़ेगा। फोन पर बात करने वालों का चालान किया जाता है। चालान के लिए चार काम करते हैं।
अवैध कट की वजह से हादसे होते हैं। वह बंद कब होंगे ?
अवैध कटों को बंद कराने के लिए यातायात पुलिस रिपोर्ट बनाकर पीडब्ल्यूडी व एनएचएआइ को देती है। इसके बाद वह गैर जरूरी कटों को बंद करते हैं।
साइनेज और लेन मार्किंग की स्थिति खराब है। इससे हादसे का खतरा रहता है?
सड़क मार्किंग का काम संबंधित विभाग करता है। हम हर साल जनवरी में अभियान चलाकर वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप व स्टीकर लगवाते हैं। सड़क पर संबंधित विभाग के सहयोग से साइनेज बोर्ड लगवाते हैं।
लोग सड़क पर वाहन चलाते समय गलतियां करते हैं। इसमें सुधार कैसे होगा?
यातायात नियमों के प्रति हम चार विभागों के साथ जागरूकता अभियान चलाते हैं। पुलिस के सहयोग से लोगों को कैसे गोल्डन समय यानी शुरुआती एक घंटे में मदद मिले। स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस इमरजेंसी सेवा के तहत घायल की किस तरह मदद कर सकती है। हम पीडब्ल्यूडी के सहयोग से अभियान चलाते हैं। वह कैसे ब्लैक स्पाट को खत्म कर सकते हैं। शिक्षा विभाग के साथ मिलकर हम जागरूक अभियान चलाते हैं। स्कूल और कालेज में बच्चों को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक किया जाता है।
वाहनों की फिटनेस खराब होने से भी हादसा होता है?
गाजियाबाद में एक निजी फिटनेस सेंटर है। फिटनेस सेंटर की रिपोर्ट को जांचने और परखने के बाद ही अप्रूवल दिया जाता है। वाहनों की फिटनेस के प्रति कोई लापरवाही नहीं बरती जाती है। गाजियाबाद में दो स्क्रैप सेंटर हैं। वाहन स्क्रैप कराने पर नया वाहन खरीदने समय पर 15 प्रतिशत की छूट दी जाती है।
लोग सुरक्षित यात्रा कैसे करें, जिससे हादसे होने से बचा जा सके?
कोहरे में हादसा होने का खतरा रहता है। घर से निकलते समय गंतव्य पर पहुंचने का समय निर्धारित नहीं करना चाहिए। इससे चालक तेज गति से वाहन चलाने की कोशिश करता है। कोहरे में तो इस तरह समय का निर्धारण बिल्कुल नहीं करना चाहिए। सीट बेल्ट का प्रयोग करना चाहिए।
गलत दिशा में वाहन नहीं चलाना चाहिए। ओवर स्पीडिंग, गलत तरह से ओवरटेकिंग, टेलगेटिंग से बचना चाहिए। नींद आने पर वाहन नहीं चलाना है। एक बात यह जरूरी है कि केवल विभाग द्वारा वाहन चालकों पर कार्रवाई करने से सुधार नहीं होगा। आम लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक होना होगा। तभी हम हादसों की संख्या कम कर सकते हैं। |