LHC0088 • 2025-11-27 13:37:01 • views 443
ईएसआई कॉरपोरेशन की ओर से उद्योगपतियों के साथ आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए क्षेत्रीय निदेशक सुगन लाल मीना।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। विभिन्न संस्थानों के पास अभी 31 दिसंबर तक कर्मचारियों के ईएसआई कार्ड बनवाने का बेहतर अवसर है। इसके बाद ईएसआई कॉरपोरेशन की ओर से कार्रवाई की जाएगी। ऐसे संस्थानों के लिए केंद्र ने जुलाई में स्प्री योजना (नियोक्ताओं और कर्मचारियों के पंजीकरण को बढ़ावा देने की योजना) शुरू की थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) द्वारा शुरू की गई एक विशेष पहल के चलते योजना के तहत उन संस्थानों को पंजीकरण का मौका दिया गया है, जिनके यहां 10 से अधिक कर्मचारी काम करते है और उनका मासिक वेतन 21 हजार रुपए से कम है। मगर ईएसआई में कवर नहीं किए गए हैं। योजना शुरू होने से पहले जब ईएसआईसी के अधिकारी कहीं छापेमारी करते थे तो इस दौरान कर्मचारी का कार्ड न बनने पर ऐसे संस्थानों के खिलाफ जुर्माना किए जाने की कार्रवाई की जाती थी।
अब जब से योजना शुरू हुई है तो संस्थान सीधा पंजीकरण करवा सकता है। पंजीकरण के साथ ही कर्मचारी का ईएसआई कार्ड बना दिया जाता है। सामाजिक सुरक्षा ढांचे को और सशक्त बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने नियोक्ताओं और कर्मचारियों के पंजीकरण को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष जुलाई में योजना की शुरुआत की थी। इस योजना की अंतिम तारीख 31 दिसंबर है।
ऐसे में ईएसआईसी की ओर से जगह-जगह जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं और छोटे-बड़े उद्योगपतियों को योजना का लाभ लेने को कहा जा रहा है। बता दें कि इस समय जिले में लगभग छह लाख ईएसआई कार्डधारक हैं। कार्ड बनाए जाने पर कर्मचारी के वेतन 0.75 प्रतिशत और नियोक्ता का 3.25 प्रतिशत अंशदान ईएसआईसी के खाते में जमा होता है।
ईएसआईसी के अधिकारी मानते हैं कि इस समय औद्योगिक नगरी में विभिन्न संस्थानों में बहुत से ऐसे कर्मचारी हैं, जिनका मासिक वेतन 21 हजार रुपए से कम है। और उनका ईएसआई कार्ड नहीं बना हुआ है। ऐसे संस्थान पंजीकरण के लिए आगे आए।
नव वर्ष 2026 में छापेमारी के दौरान अगर अगर ऐेसे संस्थान पंजीकृत नहीं पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ईएसआई कॉरपोरेशन के क्षेत्रीय निदेशक सुगन लाल मीना ने बताया कि ट्रेड यूनियन और कंपनी प्रबंधकों के साथ बैठकें की जा रही हैं। उनका उद्देश्य है कि अधिक से अधिक कर्मचारियों के ईएसआई कार्ड बनाए जाएं, ताकि वह जरूरत पड़़ने पर ईएसआई डिस्पेंसरियों और अस्पताालों में इलाज ले सकें। |
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