हैदरपुर झील में करलव करते प्रवासी पक्षी ग्रेलेग गूज़। सौ. आशीष लोया
जागरण संवाददाता, मीरापुर (मुजफ्फरनगर)। मैदानी क्षेत्र में तापमान में गिरावट दर्ज होते ही हैदरपुर झील प्रवासी पक्षियों के कलरव से गूंजने लगी है। प्रवासी व अप्रवासी पक्षी अपनी अठखेलियों से यहां की सुंदरता को बढ़ाकर पक्षी प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है। पहाड़ों पर रहने वाली रॉक बंटिंग चिड़िया के पहुंचने से वेटलैंड में पक्षियों की प्रजातियों की संख्या में वृद्धि हो गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुजफ्फरनगर और बिजनौर जिले की सीमा पर स्थित गंगा बैराज के निकट 6900 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैली हैदरपुर झील पक्षियों की ऐशगाह कही जाती है। यहां की आर्द्रभूमि और जैव विविधता पक्षियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। मौसम में ठंड का इजाफा होते ही अलग-अलग देशों से लंबी यात्रा और हिमालय को पार कर प्रवासी पक्षी पहुंचने शुरू हो गए हैं। हैदरपुर झील में पहुंच रहे ग्रेलेग गूज़, नार्दन पिनटेल, कामन पाचर्ड, यूरेशिन विगान आदि प्रवासी पक्षियों ने अपने कलरव से झील को गुंजायमान कर दिया है।
बता दें कि चायना मंगोलिया से चलकर माउंट एवरेस्ट से होते हुए दुर्लभ प्रजाति के बार हेडेड गूज़ व ब्लैक स्ट्रोक समेत पाईड एवोसेट, काटन टिल, गेडवेल, नार्दन स्लावर, नार्दन पिटेल, गार्गेनी, टपटेड पाचार्ड, ब्लैक नेक्ड स्ट्रोक, गडवाल, यूरेशियन कर्लिव, कॉमन पॉचार्ड आदि विदेशी पक्षी यहां पहुंचकर मेहमानवाजी का लुत्फ उठाते हैं।
बीते वर्ष यहां पर करीब 20 हजार प्रवासी पक्षियों की आमद दर्ज की गई थी। अभी यहां पर करीब दो हजार प्रवासी पक्षी पहुंच पाए हैं। हैदरपुर झील में पहुंच रहे पक्षी प्रेमी नेचर ट्रेल, वाच टावर, वाच हट व डाल्फिन पाइंट आदि स्थानों से पक्षियों की अठखेलियों को निहार रहे हैं। प्रवासी पक्षियों के आगमन से प्रकृति प्रेमियों के चेहरे खिल उठे हैं।
पहाड़ी चिड़िया ने बढ़ाया पक्षियों का कुनबा :
वर्ष 2021 में हैदरपुर वेटलैंड को रामसर साइट का दर्जा मिला था। हैदरपुर वेटलैंड में पक्षियों की कुल 333 प्रजातियों को चिह्नित किया गया था, लेकिन इस बार पहाड़ी चिड़िया राक बटिंग ने यहां पर पहुंचकर पक्षियों के कुनबे में वृद्धि की है। पक्षी प्रेमी आशीष गुर्जर ने बताया कि आमतौर पर राक बंटिंग चिड़िया पहाड़ों की चोटियों पर पाई जाती है, इसका मैदान में दिखना सामान्य नहीं होता है। इस प्रजाति का यहां पर दिखना सुखद संयोग माना जा रहा है। अब वेटलैंड में 213 प्रवासी व 121 अप्रवासी समेत पक्षियों की कुल 334 प्रजाति चिन्हित हो चुकी हैं। |