इथियोपिया में 10,000 साल बाद फटा ज्वालामुखी। (फोटो- रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इथियोपिया के हेली गुब्बी विस्फोट से निकली ज्वालामुखी की राख मिडिल ईस्ट के कुछ हिस्सों में फैल गई है। इसको देखते हुए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने भारतीय एयरलाइंस के लिए सेफ्टी एडवाइजरी जारी की है। ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद राख के फैलने से मस्कट फ्लाइट इन्फॉर्मेशन रीजन से गुजरने वाले रूट्स पर इसका असर पड़ा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
डीजीसीए ने अपने सेफ्टी एडवाइजरी में कहा है कि टूलूज ज्वालामुखी राख सलाहकार केंद्र और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने पहले ही एक ज्वालामुखी राख एडवाइजरी और एक ASHTAM जारी कर दिया है। इसके साथ ही एयरलाइन ऑपरेटरों से सभी प्रभावित इलाकों और ऊंचाई से बचने को कहा है।
DGCA ने एयरलाइंस कंपनियों को दी ये सलाह
अपनी एडवाइजरी में डीजीसीए ने एयरलाइंस से कहा है कि ज्वालामुखी राख के प्रोसीजर पर अपने ऑपरेशनल मैनुअल को रिव्यू करें और उसी के अनुसार कॉकपिट और केबिन क्रू को जानकारी दें।
वहीं, एयरलाइंस को नवीनतम एडवाइजरी के आधार पर विमानों के उड़ानों की प्लानिंग और रूटिंग को एडजस्ट करने, NOTAM और मौसम संबंधी अपडेट्स को मॉनिटर करने और विमानों के इंजन में उतार चढ़ाव या केबिन की बदबू सहित किसी भी संदिग्ध राख के मिलने की तुरंत रिपोर्ट करने का भी निर्देश दिया गया है।
कई उड़ानों को किया गया रद
ज्वालामुखी में विस्फोट और आसमान में फैले राख के गुबार के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए KLM रॉयल डच एयरलाइंस ने अपनी एम्स्टर्डम-दिल्ली सर्विस (KL 871) और वापसी वाली दिल्ली-एम्स्टर्डम फ्लाइट (KL 872) कैंसिल कर दी।
भारतीय एयरलाइंस ने भी जारी की चेतावनी
उल्लेखनीय है कि अकासा एयर ने यह एक एडवाइजरी जारी की है। एयरलाइन ने कहा कि हम इथियोपिया में ज्वालामुखी की गतिविधि और आस-पास के इलाकों में फ्लाइट ऑपरेशन पर इसके संभावित असर पर करीब से नजर रख रहे हैं। हमारी टीमें इंटरनेशनल एविएशन एडवाइजरी और सेफ्टी प्रोटोकॉल के हिसाब से स्थिति का आकलन करती रहेंगी और जरूरत के हिसाब से जरूरी कदम उठाएंगी। अकासा एयर में पैसेंजर की सेफ्टी और सेहत हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
10,000 साल बाद फटा ज्वालामुखी
बता दें कि इथियोपिया में हेली गुब्बी ज्वालामुखी के रविवार को लगभग 10,000 सालों में पहली बार फटा है। इसके बाद आसमान में राख का गुबार नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद लाल सागर के पार ओमान और यमन की ओर राख का एक बड़ा गुबार उठा और फिर आगे पूरब की ओर बह गया। अधिकारी बादल की हरकत पर नजर रख रहे हैं। बताया जा रहा है कि ज्वालामुखी से राख का एक बड़ा गुबार उत्तरी भारत की ओर बहने लगा है।
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