निधिवन की तस्वी। फाइल
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। धर्म की नगरी मंगलवार को विहार पंचमी पर ठा. बांकेबिहारी महाराज के प्राकट्योत्सव के दिव्य उल्लास से सराबोर होगी। निधिवन राज मंदिर से लेकर बांकेबिहारी मंदिर तक उत्सव की भव्यता देखने लायक होगी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित उच्चाधिकार प्रबंधन समिति ने इस वर्ष आयोजन को और अधिक भव्य बनाने के लिए सात लाख रुपये की विशेष मंजूरी दी है। शोभायात्रा की तैयारियां तेज हो गई हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विहार पंचमी पर मनाया जाएगा ठा. बांकेबिहारी का प्राकट्योत्सव
विक्रम संवत् 1563 की मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को निधिवन में संगीत सम्राट स्वामी हरिदास की साधना से प्रसन्न होकर ठा. बांकेबिहारी प्रकट हुए थे। उसी दिव्य क्षण की स्मृति में ब्रज में यह तिथि विहार पंचमी के रूप में बड़े वैभव के साथ मनाई जाती है। रविवार से ही प्राकट्योत्सव की तैयारियां तेज हो गई हैं।
मंगलवार सुबह निधिवन राज मंदिर में ठा. बांकेबिहारी की प्राकट्यस्थली पर महाभिषेक होगा। इसके पश्चात चांदी के रथ पर विराजमान स्वामी हरिदास अपने लड़ैते ठा. बांकेबिहारीजी को जन्मोत्सव की बधाई देने शोभायात्रा के रूप में निधिवन से बांकेबिहारी मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे। यह शोभायात्रा वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक आयोजन माना जाता है, जिसमें हजारों भक्त सम्मिलित होते हैं।
उच्चाधिकार समिति ने सात लाख रुपये किए मंजूर, तैयारी तेज
इस बार शोभायात्रा की भव्यता को बढ़ाने के लिए समिति ने बैंड-बाजे, झांकियों और सांस्कृतिक दलों की आकर्षक व्यवस्थाएं कराई हैं। विभिन्न गायन-वादन मंडलियां शोभायात्रा में शामिल होंगी। भजन–कीर्तन से वातावरण को दिव्य बनाया जाएगा। सोमवार को भोजन पैकेट, जल वितरण और व्यवस्था से जुड़े अन्य प्रबंध किए जाएंगे। शोभायात्रा में शामिल भक्तों को कोई असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
नगर में सुरक्षा और यातायात की विशेष रूप से व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए पुलिस प्रशासन भी सहयोग में जुट गया है। नगर निगम शोभायात्रा रूट को स्वच्छ बनाने में जुटा है। सेवायतों ने बताया, इस वर्ष विहार पंचमी पर बांकेबिहारीजी के दर्शन और शोभायात्रा का दिव्य रूप पहले से अधिक आकर्षक होगा। वृंदावन के कुंज–कुंज में उत्सव का उल्लास व्याप्त है और ब्रजवासी इस दिव्य लीला-स्मृति में डूबने को उत्सुक हैं। |