गांधी जयंती महात्मा गांधी के प्रेरणादायक विचार और नारे (Picture Credit- Canva)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दो अक्टूबर का दिन हर एक भारतीय के लिए बेहद खास है। यह दिन भारतीय इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए अमर है। यह वही दिन है, जब भारत की आजादी के सपने को सच करने वाले महात्मा गांधी का जम्न हुआ था। इस मौके पर हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है। यह दिन बापू के प्रति अपना आभार जाहिर करने और उनका सम्मान करने का एक शानदार मौका है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस दिनों को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। महात्मा गांधी, जिसका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, ने अहिंसा के बल पर भारत को आजाद कराने में एक अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन भेदभाव को हटाने और देश को आजाद कराने में लगा दिया। इस मौके पर आज हम आपको बापू के कहे कुछ शब्द और नारे याद दिलाएंगे, जिन्हें सुनकर आपके रोम-रोम में देशभक्ति भर जाएगी।
- मैं मरने के लिए तैयार हूं, पर ऐसी कोई वजह नहीं है जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूं।
- आंख के बदले आंख पूरी दुनिया को अंधा बना देगी।
- खुद पर विश्वास और लहजे में शराफत थी, गांधी जी से ज्यादा उनके विचारों में ताकत थी।
- सत्य-अहिंसा की राह बताने वाले, बिना लड़े आजादी दिलाने वाले।
- बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत बोलो।
- पाप से घृणा करो, पापी से नहीं।
- लोकतंत्र का काम करने के लिए ऊपरी ज्ञान नहीं, बल्कि सही शिक्षा की आवश्यकता होती है।
- निःशस्त्र अहिंसा की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वश्रेष्ठ होगी।
- अहिंसा परमो धर्म
- दिल की कोई भाषा नहीं होती, दिल-दिल से बात करता है।
- करो या मरो।
- एक राष्ट्र की संस्कृति लोगों के दिलों में और आत्मा में बसती है।
- ऐसे जिएं कि जैसे आपको कल मरना है और सीखें ऐसे जैसे आपको हमेशा जीवित रहना है ।
- कमजोर लोग कभी माफ नहीं कर सकते, माफी मजबूत लोगों का गुण है।
- आंख के बदले आंख पूरे दुनिया को अंधा बना देगी।
- स्वतंत्रता एक जन्म की भांति है। जब तक हम पूर्णतः स्वतंत्र नहीं हो जाते तब तक हम परतंत्र ही रहेंगे ।
- आजादी का कोई अर्थ नहीं है यदि इसमें गलतियां करने की आजादी शामिल न हों।
- दुनिया में जो बदलाव आप देखना चाहते हैं, वह खुद बनिए।
- जब तक आप किसी को वास्तव में खो नहीं देते तब तक आप उसकी अहमियत नहीं समझते।
- कुछ करना है तो प्यार से करें, वरना न करें।
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