परंपरागत से हटकर लीला में नई तकनीक दर्शकों को लुभा रही
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। कहते हैं वक्त के साथ चीजे बदलती हैं। परंपरागत शैली से हटकर रामलीला मंचन में तकनीक दर्शकों को अपनी तरफ लुभा रही है। साउंड से लेकर लाइट लीला को आकर्षक बना रहे हैं। पूर्वी दिल्ली में सीबीडी ग्राउंड में हो रही श्रीहनुमंत रामलीला में मूर्छित लक्ष्मण की लीला दिखाई गई। एक विशाल हनुमानजी लक्ष्मण के प्राण बचाने के लिए संजीवनी बूटी लेने के लिए द्रोणागिरी पर्वत पर गए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बजरंगबली पूरा पहाड़ उठा लाते हैं। यह नजारा देखकर पंडाल जय बजरंगबली के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान दर्शकों ने कलाकारों का जमकर उत्साहवर्धन किया। उस बूटी से लक्ष्मण जी स्वस्थ हो गए। इस मौके पर कमेटी के प्रधान मनीष बंसल, चेयरमैन नीलकमल गुप्ता, दीपक गुप्ता, सोनू कुमार, गौरव अग्रवाल, संजय कुमार मौजूद रहे। दिलशाद गार्डन स्थित गढ़वाल भ्रातृ मंडल की लीला भी लोगों को बहुत भा रही है।
इस लीला में पहाड़ी संस्कृति की झलक व संवाद लोगों को सुनने को मिल रहे हैं। रामलीला में लंका का दहन होने पर लोगों ने जमकर तालियां बजाई। बाली वध, सीता की खोज और अशोक वाटिका को तहस-नहस करने का मंचन हुआ।
संयोजक डीएस राणा ने बताया कि दिलशाद गार्डन में एकमात्र रामलीला होने से काफी भीड़ आ रही है। सांस्कृतिक सचिव बीरेंद्र कैटा ने कहा कि दशहरे के तैयारी पूरी कर ली गई है। आइपी एक्सटेंशन स्थित श्रीरामलीला कमेटी इंद्रप्रस्थ में रावण सभा में विभीषण को लात मारी। भगवान राम ने जामवंत को लंका भेजा। रावण को शिवलिंग आचार्य रूप में बुलाने का मंचन हुआ।
डिफेंस एन्क्लेव स्थित बाल मंदिर सीनियर सेकेंड्री स्कूल में हो रही रामलीला में बाली वध और लंका दहन का दर्शय दिखाया गया। लीला मंचन का आरंभ सीता विरह में व्याकुल श्रीराम के मार्मिक दृश्य के मंचन से हुआ। उसके उपरांत शबरी मिलन, हनुमान मिलन, बाली वध, अशोक वाटिका प्रकरण, रावण - हनुमान संवाद का भावपूर्ण व प्रभावशाली मंचन हुआ। अंत में लंका दहन के दृश्य ने दर्शकों का मन मोह लिया। रावण के दूतों द्वारा हनुमान जी के पकड़े जाने पर पूंछ में आग लगाने के बाद वह सोने की लंका को जला कर तहस-नहस कर देते हैं।banka-general,Banka news,voter list Banka,district officer,assembly constituencies,voter count, special summary revision,political party meeting,,Bihar news
यह भी पढ़ें- चांदनी चौक के व्यापारियों ने गिनाई समस्याएं, सांसद प्रवीन खंडेलवाल के साथ हुई अहम बैठक
लीला में मुख्य रूप से भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी मौजूद रहे। रासविहार में आयोजित कामधेनु रामलीला में रावण- अंगद संवाद, अंगद का पांव जमाना, शांति वार्ता असफल- युद्ध की घोषणा, रावण द्वारा विभीषण को लंका से निष्कासित करना, मेघनाद-लक्ष्मण युद्ध, लक्ष्मण का मूर्छित होना, हनुमानजी द्वारा संजीवनी बूटी लाना का मंचन हुआ।
वर्षा से नहीं हो सकी लीला, कई जगह देर से शुरू हुई
मंगलवार को तेज वर्षा से लीला के मंचन में व्यवधान डाला। लीला स्थल व मेले में वर्षा का पानी भर गया। स्टेज से लेकर कुर्सियां गिली हो गईं। हालात ऐसे हो गए थे रात तक लीला के सदस्यों ने पंप के जरिये स्थल से पानी को निकाला। वर्षा के कारण कीचड़ हो गई। कालाकारों को अभिनय करने में परेशानी हुई। विनोद नगर स्थित बद्रीनाथ मंदिर पार्क में होने वाली देवभूमि संस्कृति धार्मिक समिति की लीला नहीं हुई। अन्य जगह रात दस बजे से लीला शुरू हो सकी।
 |