प्रयागराज के थरवई में छात्रा की हत्या कर जमीन में गाड़ने के मामले में सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज तो आरोपित पकड़ा गया।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। थरवई के लखरावा गांव के बाहर बाग में कक्षा 11 की छात्रा की हत्या कर शव दफन करने के मामले का भले ही पुलिस ने सोमवार को राजफाश कर दिया, लेकिन इसके लिए पुलिस को कई घंटे मशक्कत करनी पड़ी। आरोपित सैन्यकर्मी हर्षवर्धन सिंह यादव उर्फ दीपक किसी भी सूरत में हत्याकांड को नहीं कबूल रहा था, लेकिन जब पुलिस ने एक-एक कर 21 सीसीटीवी फुटेज उसे दिखाया तो वह टूट गया। बोला, हां मैंने मारा है। इसके बाद उसने पूरी कहानी सिलसिलेवार तरीके से बताई। मंगलवार दोपहर उसे जेल भेज दिया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लखरावा गांव के बाहर बाग में 15 नवंबर की सुबह एक अज्ञात लड़की की दफन लाश मिली थी। उसी दिन देर रात उसकी पहचान हो गई थी। वह सोरांव क्षेत्र की रहने वाली थी और करीब डेढ़ वर्ष से कैंट क्षेत्र में रहने वाले अपने फूफा के घर रहती थी।
उसकी उम्र 17 वर्ष थी और वह कटरा स्थित एक इंटर कालेज में कक्षा 11 की छात्रा थी। दस नवंबर की सुबह करीब आठ बजे वह स्कूल जाने के लिए निकली और फिर लापता हो गई थी। शव की पहचान होने के बाद 16 नवंबर की देर रात पुलिस ने मनसईता नदी के पास से कुसुंगुर थरवई निवासी हर्षवर्धन सिंह यादव उर्फ दीपक को गिरफ्तार किया था। पुलिस उसे कैंट थाने ले आई थी।
हालांकि, शुरुआत में वह पुलिस पर धौंस जमा रहा था। उससे पूछताछ शुरू हुई तो बोला कि वह छात्रा को नहीं जानता। हत्या आदि के बारे में उसे कुछ नहीं पता। 17 नवंबर यानी सोमवार सुबह करीब 11 बजे जांच में जुटे पुलिसकर्मियों ने उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाना शुरू किया।
ट्रैफिक चौराहा, हिंदू हास्टल चौराहा, भरद्वाज आश्रम पार्क, अलोपीबाग चुंगी, शास्त्री पुल, आवास विकास कालोनी झूंसी मोड़, त्रिवेणीपुरम, अंदावा चौराहा, सहसों चौराहा के बाद थरवई जाने वाले मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरे की 21 फुटेज को दिखाया। इसमें वह अपनी सफेद रंग की फैशन बाइक में छात्रा को पीछे बैठाए दिख रहा था।
पुलिसकर्मी जब उसे यह सब फुटेज दिखा रहे थे तो वह बड़ी खामोशी से इसे देख रहा था और फिर तेजी से बोला हां मैंने मारा है। शादी करना चाहती थी। 30 नवंबर को होने वाली मेरी शादी में हंगामा कर रुकवाने की बात कह रही थी। जेल भिजवाने की धमकी दे रही थी।
सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी की बात कह रही थी। बार-बार यही कह रही थी कि अगर उससे उसकी शादी न हुई तो वह उसे बर्बाद कर देगी। दीपक ने यह भी बताया कि छात्रा की हत्या कर शव दफनाने के बाद वह घर पहुंचा और सीधे अपने कमरे में चला गया।
शराब पी, लेकिन उसे नींद नहीं आ रही थी। वह बेचैन था। रातभर नहीं सो पाया और भोर में करीब चार बजे पैदल फिर घटनास्थल पर पहुंच गया था। मोबाइल का टार्च जलाया और जहां शव दफन किया था, उस स्थान को देखा। इसके बाद घर लौट आया था।
सात तोला आभूषण व एक लाख रुपये ले गई थी
छात्रा की हत्या का राजफाश होने के बाद मंगलवार को एक नई बात सामने आ गई। स्वजन ने कैंट पुलिस को बातचीत करते हुए दावा किया कि छात्रा घर से सात तोला सोने के आभूषण व करीब एक लाख रुपये नकद लेकर गई थी। आभूषण व रुपये मृतका के फूफा व बुआ के थे। इसका पता अब चला है। यह भी बताया कि छात्रा के गायब होने के बाद उसकी तलाश में लगे थे।
लाश मिली तो उसमें उलझ गए। इसके बाद जब मृतका की बुआ ने आलमारी का लाकर खोला तो पता चला कि आभूषण व नकद रुपये गायब हैं। स्वजन का कहना है कि छात्रा स्कूली बैग में ही जेवर व नकदी लेकर गई थी। उसकी लाश मिल गई। उसका स्कूली बैग भी मिल गया। आरोपित भी गिरफ्तार हो गया, लेकिन आभूषण व नकदी नहीं मिला है।
इंस्पेक्टर कैंट सुनील कुमार का कहना है कि 11 नवंबर को जब स्वजन ने तहरीर दी थी तो उसमें आभूषण व नकद रुपये का कोई जिक्र नहीं था। पहले दिन अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद भी इस प्रकार की बातें घरवालों ने नहीं बताई थीं। अभी तक उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है।
आरोपित से भिड़ गई थी छात्रा, जड़ा था थप्पड़
आरोपित ने पूछताछ में बताया कि घटनास्थल पर वह छात्रा के साथ करीब 15 मिनट तक बैठा था। यहां विवाद हुआ और फिर अचानक उसने छात्रा को जमीन पर पटकते हुए दुपट्टे से उसका गला कस दिया, लेकिन इस दौरान छात्रा उससे भिड़ गई। उसे दो-तीन थप्पड़ मारा। लेकिन वह दुपट्टे से अपना गला छुड़ाने में सफल नहीं हुई। गला कसने से पलभर में ही वह बेहोश हो गई और फिर चाकू से वार कर उसे मार डाला।
यह भी पढ़ें- MNNIT प्रयागराज ने दृष्टिबाधित छात्रों की पढ़ाई को आसान बनाया, पुस्तकालय में AI सक्षम स्मार्ट चश्मों का बनाया कार्नर
यह भी पढ़ें- प्रयागराज में भूमाफिया सरकारी जमीन पर कब्जा तो कर ही रहे, अब अभिलेखों में भी जालसाजी कर अपना नाम चढ़वा ले रहे |