जागृति यात्रा के संस्थापक व सांसद शशांक मणि संबोधन देते हुए। जागरण
सुधांशु त्रिपाठी, जागरण, देवरिया। जिसका इंतजार था...वह घड़ी आ गई। सदर रेलवे स्टेशन पर सोमवार की सुबह जब जागृति यात्रा के आने की घोषणा हुई तो स्वागत के लिए लोगों के कदम प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ बढ़ गए। ट्रेन के रुकते ही देश-दुनिया से आए 525 युवाओं के कदम देवभूमि पर पड़े तो आतिथ्य सत्कार से माहौल में उत्साह आ गया। जागृति उद्यम केंद्र-पूर्वांचल की टीम के सदस्यों व स्थानीय लोगों ने यात्रियों का माला पहनाकर स्वागत किया। यात्री स्वागत से अभिभूत दिखे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जागृति यात्रा में शामिल देश व विदेश के कई यात्रियों ने देवरिया सदर रेलवे स्टेशन लिखे पट्टिका के सामने खड़े होकर सेल्फी ली। कुछ यात्री फेसबुक व अन्य इंटरनेट साइट्स पर लाइव हुए। आस्ट्रेलिया से आए यात्री टिकी कोरा ट्रेन से उतरते ही सीढ़ियों पर खड़े होकर बोले-वाओ... दिस इज देवभूमि देवरिया! उनकी आवाज सुनते ही साथी यात्री व स्वागत कर रहे लोग एकटक उनकी ओर देखने लगे। उनके शब्दों में देवभूमि के प्रति श्रद्धा व सम्मान था। उत्साह व जिज्ञासा का भाव उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था।
स्वागत के बाद यात्रियों ने प्लेटफार्म पर ही नाश्ता किया। उन्होंने अस्थायी कैफेटेरिया में नाश्ते के रूप में स्नैक्स, चाय व फल को पसंद किया। आपस में बातचीत करते हुए देवरिया का नाम बार-बार लेते दिखे। उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। कई यात्रियों ने अपने स्वजन व मित्रों को वीडियो काल कर मौके का दृश्य दिखा रहे थे। कई यात्रियों ने डायरी में देवरिया सदर रेलवे स्टेशन पर अपने अनुभव को लिखते नजर आए।
यात्रियों को जागृति उद्यम केंद्र-पूर्वांचल बरपार पहुंचाने के लिए बसों का इंतजाम किया गया था। करीब आठ बजे सभी बरपार स्थित गेस्ट हाउस के लिए रवाना हुए। यात्रियों ने गांव पहुंचकर भ्रमण किया। जागृति उद्यम केंद्र का अनुभव प्राप्त किया।साथ ही बिज ज्ञान ट्री गतिविधियों में शामिल हुए। स्वागत के दौरान जागृति के सीईओ आशुतोष कुमार, यात्रा के सीओओ चिन्मय, प्रोग्राम मैनेजेर मनीष बजाज, अनुराग तिवारी, अभिषेक सिंह, प्रीति पांडेय, शहाना, विवेक विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।
युवाओं को आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना उद्देश्य: सांसद
जागृति यात्रा के संस्थापक व सांसद शशांक मणि व जागृति के सीईओ आशुतोष कुमार ने यात्रा के बारे में व इसकी गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शहर के पुरवा में एक प्रेसवार्ता में सांसद ने कहा कि विश्व की सबसे प्रतिष्ठित युवा उद्यमियों की यात्रा अपने मूल उद्देश्यों के साथ पहुंची है। यह यात्रा बिना रुके अनवरत चल रही है। इसका मुख्य उद्देश्य लोकसभा क्षेत्र के साथ ही देश के युवाओं को आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
करीब 8500 किमी की यात्रा की ऊर्जा लेकर 525 युवा उद्यमी देवरिया-कुशीनगर का अवलोकन करते हैं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की थीम के साथ निकली जागृति यात्रा का यह 18वां संस्करण है। यह यात्रा देश के साथ-साथ अपने क्षेत्र में उद्यमशीलता की भावना को जागृत करती है। इस बार की यात्रा में पूर्वांचल से भी कई युवा प्रतिभागी बने हैं।
यह यात्रा मुंबई, हुबली, कोच्चि, मदुरै, श्रीहरिकोटा (इसरो लांच केंद्र), विशाखापत्तनम, बहरामपुर, नालंदा होते हुए देवरिया पहुंची है। मंगलवार को यात्रा दिल्ली के लिए रवाना होगी, जहां पहली बार यात्री संसद देखेंगे। जागृति के सीईओ आशुतोष कुमार ने कहा कि 15 दिवसीय इस अनूठी यात्रा के लिए 68000 आवेदकों में से 525 युवाओं को चुना गया, जो यात्री बने हैं। मुंबई से सात नवंबर को यात्रा शुरू हुई जो देश के 12 प्रमुख पड़ाव हुबली, कोच्चि, मदुरै, चेन्नई, विशाखापट्टनम, गंजम, नालंदा, देवरिया, नई दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद होते हुए 22 नवंबर को मुंबई में समापन करेगी। |