सुशांत लोक-दो और तीन में इस सप्ताह से सीलिंग की कार्रवाई शुरू होगी। (सांकेतिक तस्वीर)
गौरव सिंगला, नया गुरुग्राम। सुशांत लोक-दो एवं तीन में किए गए अवैध निर्माणों के साथ ही अवैध रूप से संचालित व्यावसायिक गतिविधियों पर लगाम लगाने की तैयारी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने कर ली है। इसी सप्ताह से विभाग की इन्फोर्समेंट टीम सीलिंग की कार्रवाई शुरू करेगी। विभाग की ओर से 60 से अधिक मकानों को रिस्टोरेशन आर्डर पहले ही जारी किए जा चुके हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
डीटीपीई कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिन मकानों को नोटिस भेजे गए थे, उनमें से 24 मकान ऐसे हैं जहां व्यावसायिक गतिविधियां चल रही थीं और 36 मकानों में अवैध निर्माण पाया गया था।
मकान मालिकों को 10 दिनों के भीतर जवाब दाखिल करने और अवैध गतिविधियां बंद करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन समय सीमा पूरी होने के बाद भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला और न ही गतिविधियां बंद हुईं। इसे देखते हुए अब सीलिंग की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
इसे लेकर इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि सीलिंग की कार्रवाई की सूचना मिलने के बाद कई लोगों ने अवैध रूप से संचालित व्यावसायिक गतिविधियां बंद कर दी हैं। जो लोग अपना कार्यालय चला रहे थे, उन्होंने बंद कर दिया है।
सुशांत लाेक-दो एवं तीन के अलावा अन्य इलाकों में कार्रवाई का असर दिखने लगा है। लोग अवैध रूप से संचालित व्यावसायिक गतिविधियां बिना नोटिस आए ही बंद करने लगे हैं। चर्चा है कि जल्द ही अन्य इलाकों में विभाग का निरीक्षण शुरू किया जाएगा।jammu-politics,Jammu smart city, sustainable urban development, LG Manoj Sinha, Amrut 2,0 projects JK, Urban infrastructure JK, Environmental laws Jammu, smart technology, housing and urban development, sustainable practices, Tawi Riverfront project,Jammu and Kashmir news
निरीक्षण के दौरान जहां कहीं भी नियमों के विरुद्ध दिखाई देगा, मौके पर ही नोटिस जारी किया जाएगा। टीम के साथ मौके पर डीटीपीई अमित मधोलिया मौजूद रहते हैं। इस वजह से नोटिस जारी करने की कार्यवाही मौके पर ही कर दी जाती है।
बता दें कि जून माह में विभाग ने आन द स्पाट कार्रवाई करते हुए करीब 300 मकानों को कारण बताओ नोटिस जारी किए थे। इसके बाद कुछ मकान मालिकों ने स्टिल्ट पार्किंग से अवैध निर्माण हटा लिया, लेकिन अधिकांश ने व्यावसायिक गतिविधियां बंद नहीं की। इसी कारण अब विभाग ने अंतिम आदेश जारी कर दिया है और सीलिंग कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है।
कार्रवाई एक नजर में
- 34 मकान: स्टिल्ट, रियर और फ्रंट सेटबैक में अवैध निर्माण पाए गए।
- 26 मकान: पूरी तरह व्यावसायिक गतिविधियों में लिप्त, जैसे कोचिंग सेंटर, बुटीक, सैलून, स्पा, गेस्ट हाउस, क्लिनिक व आफिस।
यह कार्रवाई नियमों के तहत की जा रही है। जिन मकान मालिकों ने अवैध निर्माण या व्यवसायिक उपयोग किया है, उन्हें अपना भवन मूल रिहायशी स्वरूप में लाना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। अब आदेशों की अवहेलना करने वालों पर सीलिंग, और ओसी रद करने की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-- अमित मधोलिया, डीटीपीई
 |