सिमली बेस चिकित्सालय में स्वास्थ्य शिविर में 691 राेगियों को चिकित्सकों ने दिया परामर्श
जागरण संवाददाता, सिमली। नगरपालिका कर्णप्रयाग अंर्तगत बेस अस्पताल सिमली में आयोजित स्वास्थ्य सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम स्वस्थ नारी सशक्त परिवार स्वास्थ्य शिविर में चिकित्सकों ने 510 लोगों ने किया स्वास्थ परीक्षण कर परामर्श दिया।
शिविर का शुभारंभ करते हुए विधायक अनिल नौटियाल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की सेवाभाव योजना के तहत संचालित स्वास्थ्य शिविर में जनता को लाभ मिल रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि जनपद चमोली में आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में पैंतालिस हजार से अधिक लोगों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ग्यारह सौ पैंतालिस आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके है। बेस अस्पताल सिमली के अधीक्षक साहिल भार्गव ने बताया कि सोमवार को स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा क्षेत्र के विभिन्न विकासखंडों से आए 510 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ दवाईयां वितरित की गई।
सात लोगों के आधार, सात लोगों के आयुष्मान कार्ड और तीन सौ लोगों के वृद्धावस्था, दिव्यांग और विधवा पैंशन का सत्यापन किया गया। थराली के विधायक भुपाल राम टम्टा ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को सेवा भाव से कार्य करना चाहिए।
शिविर में क्लिनिकल साइकोलॉजी के 163,, मनोरोग 100, शल्य के 70 , हड्डीरोग 116, नाक-कान के 36, दंत रोग 52, फीजिशियन 104, बाल रोग 10्र गैरसंचारी रोगों के 150 का स्क्रीनिंग, 30 रक्तजांच, और शिविर में 48 लाभार्थियों को विकलांग प्रमाण पत्र बनाए गए। जबकि नौ के आयुष्मान और 46 को क्षय रोग स्क्रीनिंग और एक्सरे सुविधा प्रदान की गई।Rajasthan cough syrup death, Dextromethorphan Hydrobromide syrup ban, child death after cough syrup, Rajasthan government hospital medicine, toxic cough syrup case India, Jaipur JK Lon hospital, Sikar child death cough syrup, Bharatpur children sick cough syrup, Rajasthan free medicine controversy, cough syrup health risk India
कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग धीरज कुमार टम्टा , बीरेंद्र लाल, रघुवीर सिंह ने चिकित्सकों द्वारा दिव्यांग प्रमाणपत्र नहीं बनने पर नाराजगी जताई जनप्रतिनिधियों ने कहा कई बार दूर-दराज क्षेत्र से दिव्यांग पहुंचते है लेकिन प्रमाण पत्र नही मिल पाता ऐसे में शिविर खानापूर्ति बना रहता है, जिसका संज्ञान लेते हुए विधायकों और जन प्रतिनिधियों ने नाराजगी जताते हुए पीड़ितों का नियमानुसार दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने के निर्देश दिए।
जिला पंचायत सदस्य विक्रम कठैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि बेस अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती , पैदल मार्ग निर्माण, आपरेशन थियेटर में आधुनिक मशीनें, रेडियोलाजिस्ट की तैनाती , एक्स-रे टैक्निशियन की तैनाती नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।
नगर पालिका अध्यक्ष गणेश शाह ने कहा कि जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में हर माह स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए। पूर्व जिला पंचायत सदस्य विनोद नेगी, पूर्व प्रमुख राजेंद्र सगोई ने भी शिविर में नेत्र चिकित्सक नहीं होने पर नाराजगी जताई।
फार्मेसी अधिकारी अमर लाल नथवाल के संचालन में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग के अधीक्षक वीपी पुरोहित, सर्जन भानु प्रताप शर्मा, बाल रोग विशेषज्ञ डा. सीमा सिंह, ईएनटी सर्जन अल्का नेगी, मनोरोग विशेषज्ञ पार्थ प्रतीक दत्ता, फिजीशियन डा. सतैंद्र कंडारी, आर्थोपेडिक सर्जन डा. अशोक गुप्ता, दंत रोग विशेषज्ञ डा. मोनिका, टीका प्रसाद मैखुरी, बीरैंद्र सिंह नेगी, अनूप नेगी, अजय डिमरी, दिव्यांग सलाहकार बोर्ड के सदस्य गणेश मिश्रा, फार्मेसी अधिकारी प्रकाश चंद्र ममगांई और कुलदीप गुसाईं आदि मौजूद थे।
शिविर में दृष्टिबाधिता संस्थान देहरादून और श्रीनगर मेडिकल कालेज के विशेषज्ञ मनो चिकित्सकों की टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण किया।
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