संवाद सहयोगी, किश्तवाड़द्राबशाला से किश्तवाड़ की ओर जा रहा बलेरो वाहन (जेके17-6082) कांदनी इलाके में हादसे का शिकार हुआ और चिनाब दरिया में जा गिरा। वाहन में कितने लोग सवार थे, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंगलवार देर शाम तक राहत व बचाव अभियान जारी रहने के बावजूद किसी प्रकार की कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। अंधेरा होने से चलते राहत एवं बचाव अभियान को रोक दिया गया है। बुधवार की सुबह फिर से शुरू कर दिया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार जिला किश्तवाड़ के कांदनी इलाके में चालक ने अचानक नियंत्रण खो दिया और वलेरो वाहन सीधा चिनाब में समा गया है। हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। कुछ ही समय के बाद पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी घटना स्थल पर पहुंच गई थी।
इस दौरान जांच पड़ताल की तो पता चला कि किश्तवाड़ निवासी संदीप कुमार के नाम पर वाहन पंजीकृत है। इसे भूपेंद्र कुमार नाम का व्यक्ति चला रहा था। दुर्घटनाग्रस्त वाहन चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (सीवीपीपी) के साथ अटैच की गई थी।
उल्लेखनीय है कि डोडा से किश्तवाड़ा की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर अकसर इस प्रकार सड़क हादसे होते रहते हैं।ॉ
अब तक सड़क दुर्घटनाओं में कई लोग अपनी जिंदगी खो बैठे हैं। गत महीने भी जिले के फागूमड़ इलाके में सड़क हादसा पेश आया था। दो वाहनों की आपसी भिड़ंत के बाद एक कार चिनाब में समा चुकी थी। हादसा स्थल पर मौजूद लोगों ने कहा कि जब से हाईवे का निर्माण हुआ है, तब से गिनती की जाए तो न जाने कितने यात्रियों की सड़क हादसे पर जान गई है।
वहीं इस हाईवे से यात्रा करने वाले कई यात्रियों और चालकों का कहना है कि क्रैश बैरिकेडिंग की पूर्ण व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि इस प्रकार के सड़क हादसे बार-बार पेश नहीं आ सके। इस बारे में स्थानीय प्रशासन और सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। |