बिहार विधानसभा चुनाव के साथ हो सकता है नुआपड़ा उपचुनाव। प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही ओडिशा की नुआपाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने की पूरी संभावना है। चुनाव आयोग ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की घोषणा के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है।
आयोग ने अपनी विज्ञप्ति में साफ किया है कि बिहार विधानसभा चुनाव के साथ सात उपचुनावों की निगरानी के लिए 470 पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे। इनमें नुआपड़ा उपचुनाव भी शामिल है।
आयोग की विज्ञप्ति से संकेत
चुनाव आयोग की विज्ञप्ति में कहा गया है कि बिहार चुनावों के अलावा जम्मू-कश्मीर के बडगाम, नागरोटा, राजस्थान के अंता, झारखंड के घाटशिला, तेलंगाना के जुबली हिल्स, पंजाब के तरनतारन, मिजोरम के तांबा और ओडिशा के नुआपाड़ा में भी उपचुनाव कराए जाएंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इससे संकेत साफ है कि बिहार चुनाव के साथ ही नुआपाड़ा उपचुनाव भी संपन्न होगा। आयोग 6 अक्टूबर के बाद बिहार चुनाव की तारीखों का एलान करेगा और उसी के साथ नुआपाड़ा की तारीख भी घोषित होगी। तारीख घोषित होते ही आचार संहिता लागू हो जाएगी।
दलों ने शुरू की तैयारियां
चुनाव की घोषणा से पहले ही तीनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा, बीजेडी और कांग्रेस नुआपाड़ा पर कब्जा जमाने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। सभी दलों ने संभावित उम्मीदवारों के नामों के संकेत भी दे दिए हैं।
भाजपा की ओर से पूर्व विधायक बसंत पंडा के बेटे अभिनंदन पंडा का नाम लगभग तय माना जा रहा है। राज्य भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने दावा किया है कि नुआपाड़ा में कमल खिलेगा और प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का असर जनता के वोट पर साफ दिखेगा।RBI deputy governor duties, Poonam GuptaKeywords Poonam Gupta, new RBI deputy governor, duties, monetary policy, financial stability, banking regulation, portfolio allocation, economic policy
पूर्व विधायक के बेटे को उतार सकती है बीजेडी
बीजेडी अपने किले को बचाने की कोशिश में है। पार्टी ने पूर्व विधायक राजेंद्र ढोलकिया के बेटे जय ढोलकिया को मैदान में उतारने का संकेत दिया है।
जय ने गांव-गांव जाकर जनसंपर्क शुरू कर दिया है। बीजेडी नेताओं का कहना है कि जनता का भरोसा अब भी पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर है और ‘शंख’ ही जीतेगा।
कांग्रेस ने बनाई बनाया प्रतिष्ठा का मुद्दा
कांग्रेस ने नुआपाड़ा की लड़ाई को अपने लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है। पार्टी स्थानीय चेहरे घासीराम मांझी को उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर रही है।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भक्त दास ने कहा है कि घासीराम मांझी नुआपाड़ा की धरती के सपूत हैं। पार्टी ने चुनाव प्रचार को धार देने के लिए छह जोन में 6 समितियां बना दी हैं।
कड़ा मुकाबला तय
नुआपाड़ा उपचुनाव को लेकर तीनों दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा जहां प्रधानमंत्री के दौरे के असर का हवाला देकर जीत का दावा कर रही है, वहीं बीजेडी संगठनात्मक मजबूती और नवीन पटनायक के चेहरे पर भरोसा कर रही है।
कांग्रेस स्थानीय उम्मीदवार और गांव-गांव जाकर प्रचार की रणनीति पर काम कर रही है। इस उपचुनाव के नतीजे न केवल दलों के जनाधार को साबित करेंगे बल्कि आगे की सियासत की दिशा भी तय करेंगे।
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