तीस हजार लोगों की निर्बाध पेयजल आपूर्ति जल संस्थान की आपत्ति में फंसी. Concept Photo
जागरण संवाददाता, देहरादून। ग्लोगी फॉल से सीधे पानी लेने के लिए बने प्रस्ताव में आपत्ति लगने के कारण रोजाना 30 हजार से अधिक लोग परेशान हो रहे हैं। इन लोगों को मुश्किल से सिर्फ एक समय पानी मिल पा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ऐसे में लोगों को जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही और वह पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। जबकि अभियंताओं ने पांच महीने पहले प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा था, लेकिन अब तक इसे मंजूरी नहीं मिली।
दरअसल, उत्तर जल संस्थान शाखा पुरकुल और आसपास के क्षेत्रों में 30 हजार से अधिक लोगों को पेयजल आपूर्ति देने के लिए ग्लोगी फॉल पर बने उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के पावर हाउस से रोज 1.50 करोड़ लीटर पानी लेता है।
पावर हाउस का संचालन होने पर उसकी टरबाइन के आउटलेट से निकलने के बाद यह पानी जल संस्थान को मिलता है। लेकिन अक्सर भारी बारिश के दौरान पावर हाउस का संचालन बंद हो जाता है, जिससे टरबाइन से मिलने वाली आपूर्ति ठप हो जाती है। ऐसे में जल संस्थान को भी हाथ में हाथ धर कर बैठना पड़ता है और लोगों को टैंकर से पेयजल आपूर्ति भेजनी पड़ती है।
4.50 करोड़ की लागत से बना प्रस्ताव
जल संस्थान ने टरबाइन बंद होने के झंझट से छुटकारा पाने और निर्बाध पेयजल आपूर्ति के लिए ग्लोगी फॉल से सीधे पानी लेने का 4.50 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्ताव बनाया। इसके बनने से जल संस्थान को पावर हाउस के बंद होने के बावजूद फॉल से सीधे पेयजल आपूर्ति मिलती।Navratri 2025, shardiya navratri 2025, navratri 2025, durga puja, navratri aarti, navratri puja vidhi, navratri puja mantra, shardiya navratri 2025 kab hai, Shardiya Navratri 2025 upay, maa durga blessings, Shardiya Navratri remedies, Navratri 2025 tips, maa rani blessings, सप्तमी अष्टमी 2025, Saptmi kab hai, Durga Saptmi 2025, Dhyan mantras of Devi Durga,
इसके अंतर्गत पुरकुल जल शोधन प्लांट से ग्लोगी फॉल तक 2.50 किमी में पाइपलाइन बिछाई जानी थी। जल संस्थान ने बीते मई में इस प्रस्ताव को बनाकर अधिकारियों को भेजा। लेकिन अधिकारियों ने इसमें आपत्ति लगा दी।हालांकि अभियंताओं ने फिर से संशोधित कर भेजा। लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिली।
आपदा के बाद बढ़ी परेशानी
भारी बारिश में मलबा आने से अक्सर टरबाइन का संचालन बंद हो जाता है। लेकिन 15-16 सितंबर की रात को जिले में आई आपदा के बाद टरबाइन निरंतर नहीं चल पा रही, जिससे आउटलेट से जल संस्थान को मिलने वाला पानी भी नहीं मिल पा रहा। ऐसे में इन दिनाें जल संस्थान आसपास के क्षेत्रों में सिर्फ एक समय पेयजल आपूर्ति दे पा रहा है।
इन इलाकों को होगा लाभ
ग्लोगी से सीधे पेयजल आपूर्ति मिलने के बाद जोहड़ी गांव, राजपुर रोड, गुनियाल गांव, मालसी, पुरुकुल, भगवंतपुर, चंद्रकोटी, आमवाला, नयागांव, गुच्चुपानी, ब्राह्मण गांव, सिनोला, आर्य नगर, आदि क्षेत्रों के छह हजार से अधिक घरों को निर्बाध पेयजल आपूर्ति मिलेगी।
ग्लोगी फॉल से सीधे पानी लेने वाले प्रस्ताव का परीक्षण चल रहा है। इसके बाद इसे शासन में भेजा जाएगा। शासन से बजट आवंटित होने के बाद जल्द ही इस पर कार्य शुरू कराया जाएगा। - धर्मेंद्र कुमार सिंह, मुख्य महाप्रबंधक, जल संस्थान
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