भारत और पाकिस्तान के बीच आज महामुकाबला
अभिषेक त्रिपाठी, जागरण, दुबई : तनाव, हाथ नहीं मिलाने की नीति, बायकाट की धमकी, उत्तेजक इशारों और दोनों टीमों के खिलाड़ियों पर लगे जुर्मानों ने इस आठ देशों के एशिया कप को भारत-पाकिस्तान की द्विपक्षीय सीरीज में बदल दिया है। भारतीय टीम पाकिस्तान से पिछले सात मैच जीती है और अब हर भारतीय सूर्य की टीम से 8-0 की उम्मीद कर रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भारत ने इस एशिया कप में भी पड़ोसी देश की टीम को दोनों मैच हराए हैं। रविवार को होने वाले हाई-वोल्टेज फाइनल में भी भारत का पलड़ा भारी है लेकिन सबसे ज्यादा दबाव भी हमारे ऊपर ही है क्योंकि वे तो पिछले कुछ सालों से हारते ही आ रहे हैं। अगर वे एक और मैच हारते हैं तो उनके जख्म बढ़ेंगे लेकिन हमारी टीम हारी तो बहुत मुश्किल हो जाएगी। इसलिए इस मैच में जीत ही सबकुछ है, उससे कम में काम नहीं चलेगा।
क्रिकेट पर कम हो रही बात
भले ही यह क्रिकेट का एशिया कप हो लेकिन इसको कुछ ऐसे टूर्नामेंट में गिना जाएगा जहां क्रिकेट पर सबको कम बात हुई है। यहां पर विकेट, रन, अंपायर और यहां तक मैच रेफरी को भी राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा है। रविवार को दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में बैठे भारत और पाकिस्तान के दर्शक भी उतने ही आक्रामक नजर आएंगे जितने उनके देश के खिलाड़ी मैदान पर रहेंगे।
अजेय रहना है लक्ष्य
भारतीय टीम लगातार छह मैच जीतकर फाइनल में पहुंची है। श्रीलंका के विरुद्ध पिछला मुकाबला भले ही उसने सुपर ओवर में जीता लेकिन उसने सूर्य की टीम को कमजोरियां दूर करने का रास्ता दिखा दिया। हालांकि, हार्दिक पांड्या इस मैच में सिर्फ एक ओवर फेंककर बाहर चल गए। हार्दिक की मांसपेशियों में खिंचाव है। अभिषेक शर्मा को भी पिछले मैच में गर्मी के कारण मांसपेशियों में ऐंठन की शिकायत हुई थी।
गेंदबाजी कोच मोर्नी मोर्कल ने शुक्रवार रात को कहा था कि हार्दिक की शनिवार को जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभिषेक ठीक है। हार्दिक रविवार को खेलेंगे या नहीं खेलेंगे यह अभी नहीं पता चला है लेकिन अभिषेक की खबर राहत देने वाली है क्योंकि पंजाब के बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने छह मैच में 309 रन बनाकर अकेले ही भारत की बल्लेबाजी का भार उठाया है।
यह अंतर साफ दिख रहा है क्योंकि तिलक वर्मा 144 रन के साथ दूसरे नंबर पर हैं। भारतीय टीम को अजेय रहते हुए खिताब अपने नाम करना होगा। भारत के लिए यह जीत कितनी जरूर है इसका उदाहरण इस बात से मिलता है कि मोर्कल ने यह स्वीकार किया \“अब सुंदरता मायने नहीं रखती, बदसूरत जीत भी जीत होती है।\“
लड़खड़ाता पाकिस्तान
पाकिस्तानी टीम भले ही फाइनल में पहुंच गई हो लेकिन उसने लड़खड़ाते हुए यह सफर पूरा किया है। पाकिस्तान छह में से दो मैच हारी है। दोनों ही बार उसे भारत से ही हार मिली है। यह जख्मी टीम है और उसे पता है कि फाइनल जीतकर वह अपनी जनता के सामने पुराने दाग धो सकती है। उनके मुख्य कोच माइक हेसन पहले ही कह चुके हैं कि \“फाइनल ही एकमात्र मैच है जो मायने रखता है।
\“यही रात अंतिम यही रात भारी\“
अगर आंकड़ों की बात करें तो सलमान अली आगा की टीम, भारतीय टीम के सामने कहीं नहीं ठहरती लेकिन आंकड़े मैदान पर नहीं उतरेंगे। उतरेंगे तो दोनों देशों के 22 खिलाड़ी। इनमें से जो 11 खिलाड़ी साढ़े चार घंटे तक अपनी सांसों और जज्बातों पर काबू रखकर जीत की राह तय करेंगे उसका देश रविवार की ऐसी खूबसूरत रात का दर्शन करेगा जिसका अहसास उसे ताह जिंदगी रहेगा। तब तक हम मिलकर गाते हैं यही रात अंतिम, यही रात भारी, बस एक रात की अब कहानी है सारी।
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टॉस और पिच
यहां पर टॉस महत्वपूर्ण होगा क्योंकि ओस के कारण बाद में गेंदबाजी करना थोड़ा मुश्किल हो रहा है। भारतीय टीम अगर टॉस जीतती है तो वह पहले गेंदबाजी करना ही पसंद करेगी। फाइनल की पिच पर स्पोर्टिंग होगी।
भारत को ये करना होगा
बाकी खिलाड़ियों को अभिषेक का बखूबी साथ निभाना होगा। टीम अपराजित रही है लेकिन अंतिम मैच में चोटों से मुक्त रहना होगा। सूर्य को बड़ी पारी खेलनी होगी। गिल को लंबा खेलना होगा। संजू सैमसन और तिलक को खेल को फिनिश करना होगा। टीम अभिषेक पर अधिक निर्भर नजर है। उसे प्लान बी भी बनाना होगा। भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध पांच कैच छोड़े थे, यह दोहराव नहीं होना चाहिए
पाकिस्तान से रहना होगा सतर्क
पाकिस्तान का बल्लेबाजी क्रम प्रभावी नहीं रहा है लेकिन वे कभी भी बदल सकते हैं। साहिबजादा फरहान दोबारा गन सेलिब्रेशन न कर पाएं इसलिए बुमराह को ही उन्हें आउट करना होगा। सैम अयूब चार बार शून्य पर आउट हुए है। एक समय तो टूर्नामेंट में उनके नाम पर रन से अधिक विकेट दर्ज थे। हुसैन तलत और आगा के सामने कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती का चतुराई से प्रयोग करना होगा। पाकिस्तान की उम्मीदें नई गेंद से शाहीन शाह अफरीदी और रऊफ के आक्रामक प्रदर्शन पर टिकी होंगी। पाकिस्तान की तरफ से और छींटाकशी हो सकती है लेकिन भारतीय टीम को सिर्फ विजय पर ध्यान देना होगा
अभिषेक बनाम शाहीन
भारत के अभिषेक शर्मा इन दिनों लगातार आक्रामक अंदाज में खेल रहे हैं। क्रीज पर आते ही वह बड़े शाट लगाने से पीछे नहीं हटते। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी के विरुद्ध उनकी टक्कर एक बार फिर दर्शकों को रोमांचित कर सकती है। शाहीन अपनी घातक गेंदबाजी और शुरुआती ओवरों में विकेट चटकाने के लिए मशहूर हैं।
गिल बनाम रऊफ
भारतीय उपकप्तान शुभमन गिल अपनी तकनीक और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। पाकिस्तान के विरुद्ध उनके सामने अनुभवी तेज गेंदबाज हारिस रऊफ चुनौती पेश करेंगे, इसलिए गिल को सतर्क होकर बल्लेबाजी करनी होगी।
हार्दिक बनाम फखर
भारत के आलराउंडर हार्दिक पांड्या बल्ले और गेंद दोनों से टीम को मजबूती दे रहे हैं। वह रन बनाने के साथ-साथ अहम मौकों पर विकेट भी हासिल करते हैं। पाकिस्तान के फखर जमां के साथ उनका मुकाबला इस महामुकाबले को और भी रोमांचक बना देगा।
बुमराह बनाम फरहान
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अपनी किफायती और सटीक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। पाकिस्तान के प्रारंभिक बल्लेबाज साहिबजादा फरहान को उनके सामने बेहद संयम के साथ खेलना होगा।
कुलदीप बनाम सलमान
स्पिनर कुलदीप यादव अपनी गुगली और टर्न से बल्लेबाजों को उलझाने में माहिर हैं। मध्य ओवरों में विकेट निकालना उनकी खासियत है। पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा को उनके सामने हर गेंद पर सतर्क रहना होगा।
टीम इस प्रकार हैं
भारत: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल (उपकप्तान), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जितेश शर्मा, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव, संजू सैमसन, हर्षित राणा और रिंकू सिंह।
पाकिस्तान: सलमान अली आगा (कप्तान), अबरार अहमद, फहीम अशरफ, फखर जमां, हारिस रऊफ, हसन अली, हसन नवाज, हुसैन तलत, खुशदिल शाह, मोहम्मद हारिस, मोहम्मद नवाज, मोहम्मद वसीम जूनियर, साहिबजादा फरहान, सैम अयूब, सलमान मिर्जा, शाहीन अफरीदी और सुफयान मोकिम।
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