बिजली के तारों को भूमिगत करने पर खर्च होंगे 577 करोड़ रुपये।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। शहर में लटकते बिजली के तारों को भूमिगत किया जाएगा। इसके लिए नामित कंपनी एलएनटी ने सर्वे लगभग पूरा कर लिया है। उम्मीद है कि दीपावली बाद डीआईजी कॉलोनी के सामने से चौकाघाट व चौकाघाट से नमो घाट तक बिजली के तारों को अंडरग्राउंड किया जाने लगेगा। इसके लिए पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत 881 करोड़ की परियोजना स्वीकृत हुई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसमें बिजली के तार भूमिगत करने पर करीब 557 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यातायात में बाधक विद्युत पोल भी दूसरी जगह शिफ्ट किए जाएंगे। सड़क किनारे लगे ट्रांसफॉर्मर किसी पार्क या सड़क से कुछ दूर शिफ्ट किए जाएंगे।
बिजली विभाग द्वारा योजना के तहत 4639 स्ट्रीट लाइटों को भी अंडरग्राउंड केबल से जोड़ा जाएगा। यातायात में बाधक 23 पोल दूसरी जगह शिफ्ट होंगे।banka-politics,Banka news, Chandrashekhar Singh, Bihar politics, 1983 Bihar government, Jagannath Mishra, Rajiv Gandhi, Banka constituency, Manorama Singh, Indian National Congress,Bihar news
जिन विद्युत लाइनों को भूमिगत करना है उसमें 33 केवी की 41.74 किलोमीटर और 11 केवी की 126.40 किलोमीटर की लाइन है। इसके अलावा दो हजार किलोमीटर क्षेत्र की एलटी लाइन भी भूमिगत कराई जाएगी।
आरडीएसएस के तहत स्वीकृत कार्यों में बिजली के तारों को भूमिगत भी कराया जाना शामिल है। इसका कार्य दीपावली बाद शुरू हो जाएगा। संकरी गलियों में एबीसी केबल लगाकर तारों को सही कराया जाएगा। इसके बाद बिजली के लटकते तार दिखाई नहीं देंगे। -अनिल वर्मा, अधीक्षण अभियंता, सर्किल-दो।
बिजली के साथ ही इंटरनेट केबल को सही कराने के लिए विगत वर्ष सितंबर में कार्य हुआ लेकिन दुकानदारों ने इंटरनेट बंद होने की बात कहकर इसका विरोध करना शुरू कर दिया। ठठेरी बाजार के साथ यह समस्या गढ़वासी टोला, राजमंदिर समेत अन्य कई क्षेत्रों में है। -कनकलता मिश्रा, पार्षद, वार्ड संख्या-79 बिंदु माधव।
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