मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली में बनेंगी 100 ऑटोमैटिक कार पार्किंग। जागरण
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दिल्ली में पार्किंग एक बहुत बड़ी समस्या है। इस कारण ट्रैफिक जाम के साथ ही सड़कों पर अव्यवस्था बनी रहती है। ऐसे में सरकार का लक्ष्य है कि अलग-अलग इलाकों में स्थान और आवश्यकता के अनुसार 100 ऑटोमैटिक कार पार्किंग बनाई जाएंगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यह घोषणा शनिवार को ग्रेटर कैलाश एक की एम ब्लाॅक मार्केट में सात मंजिला ऑटोमैटिक शटल कार पार्किंग का उद्घाटन करते हुए की। 63.74 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस अत्याधुनिक पार्किंग में 399 वाहनों को खड़ा करने की सुविधा है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कि जनता की सुविधाओं और विकास कार्यों के लिए कभी भी फंड की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कहीं भी सड़क, नाला व फुटपाथ टूटा फूटा न हो। क्षेत्र में हर पार्क सुंदर हों, पार्किंग की व्यवस्था हो व कहीं कूड़ा न पड़ा हो।una-state,bbbb,defamatory posters,wife defamation case,Una Himachal Pradesh,marital dispute,police complaint,adultery accusations,harassment and intimidation,domestic violence,legal action,character assassination,Himachal Pradesh news
साथ ही उन्होंने मार्केट एसोसिएशन व स्थानीय लोगों से अपने घरों व प्रतिष्ठानों की छत पर सोलर पैनल लगवाने की अपील की। उन्होंने बताया कि सरकार का विजन है कि सभी सरकारी इमारतों, निजी घरों व दुकानों पर ज्यादा से ज्यादा सोलर पैनल लगाए जाए ताकी पूरी दिल्ली हरित ऊर्जा से रोशन हो सके।
इस मौके पर शहरी विकास मंत्री आशीष सूद, महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह, सांसद बांसुरी स्वराज, विधायक शिखा रॉय, उप महापौर जय भगवान यादव, स्थायी समिति अध्यक्ष सत्या शर्मा, नेता सदन प्रवेश वाही, स्थायी समिति उपाध्यक्ष सुंदर सिंह, वार्ड समिति अध्यक्ष उमेद सिंह फोगाट, निगमायुक्त अश्वनी कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
ये है पार्किंग की खासियत
ग्रेटर कैलाश में निर्मित सात मंजिला शटल पार्किंग पूरी तरह से स्वचालित है। चालक वहां जैसे ही पहुंचेगा तो उन्हें पार्किंग लिफ्ट में गाड़ी को खड़ी कर देना है।
उसके बाद गाड़ी को लिफ्ट से ऊपर बनी पार्किंग में उपलब्ध स्थान के हिसाब से पार्क कर दिया जाएगा। सात मंजिला पार्किंग में हर तल पर 57 कारें खड़ी करने की क्षमता है। साथ ही अग्निशमन के लिहाज से 1.5 लाख लीटर क्षमता का भूमिगत जल टैंक बनाया गया हैं।
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