चितरपुर में आठ दिनों से पेयजलापूर्ति ठप, लगभग 25 हजार लोग बेहाल। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, रजरप्पा (रामगढ़)। चितरपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में पीएचईडी विभाग द्वारा पेयजलापूर्ति की जाती है, लेकिन पिछले आठ दिनों से यहां पेयजलापूर्ति पूरी तरह से ठप है। इससे शारदीय नवरात्र जैसे पावन पर्व में भी चितरपुर क्षेत्र के लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चितरपुर, मारंगमरचा, सोंढ़, तेबरदाग, कपरकट्टा टांड़ सहित कई गांवों के लगभग 25 हजार लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। सुबह से शाम तक लोगों को पानी की चिंता सता रही है। ग्रामीणों ने बताया कि चितरपुर बाजार टांड़ स्थित जलमीनार का गेट बल्ब खराब हो जाने से पानी की आपूर्ति बाधित है।
यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। पिछले दो महीनों में 5-6 बार गेट बल्ब खराब हो चुका है, लेकिन विभाग की ओर से अब तक स्थायी समाधान नहीं किया गया है। इससे लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नवरात्र के दिनों में जब घर-घर पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं, तब पानी की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। ऐसे में इस तरह की समस्या दुर्भाग्यपूर्ण है। कई गांवों की महिलाएं और बच्चे रोजाना दूर-दराज से पानी लाने को मजबूर हैं।lucknow-city-general,Lucknow News,Lucknow Latest News,Lucknow News in Hindi,Lucknow Samachar,Akhilesh Yadav,GST reduction,BJP criticism,Samajwadi Party,Lucknow news,PDA deployment,Leh-Ladakh situation,UP International Trade Show,Azam Khan,lko,Uttar Pradesh news
हालात ऐसे हैं कि लोगों को पीने और खाने तक के लिए पानी जुटाने में मशक्कत करनी पड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की लापरवाही और उदासीनता का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। इस संबंध में पानी टंकी कर्मी ने कहा कि गेट बल्ब खराब हो जाने के कारण पेयजल आपूर्ति बाधित है।
इसे दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। ठीक हो जाने के बाद पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा। इस बाबत कांग्रेस नेता अनवारुल हसन ने मांग की है कि जल्द से जल्द स्थायी समाधान निकाला जाये।
वहीं उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र पेयजल आपूर्ति शुरू नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इसकी सारी जवाबदेही विभाग की होगी। |