दंतेवाड़ा में 71 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण (फाइल)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दंतेवाड़ा में बुधवार को 30 इनामी माओवादियों सहित 71 माओवादियों ने हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। यह माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर कुल 64 लाख रुपये का इनाम घोषित था, जिनमें कुछ प्रमुख कमांडर भी शामिल थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इनमें बामन मड़काम (8 लाख का इनामी), शमिला कवासी (5 लाख का इनामी) और गंगी बारसे (5 लाख का इनामी) जैसे नाम प्रमुख हैं। ये सभी माओवादी बंद सप्ताह के दौरान सड़क काटने, पेड़ गिराने और पुलिस मुठभेड़ों में शामिल रहे थे।
इस अभियान का नेतृत्व पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, डीआईजी कमलोचन कश्यप, एसपी गौरव राय और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में किया गया। इस सफलता में डीआरजी/बस्तर फाइटर्स, विशेष आसूचना शाखा और सीआरपीएफ की विभिन्न बटालियनों का योगदान महत्वपूर्ण रहा।H-1B visa fee increase,US-India strategic partnership,Indian IT service exports,US startups impact,Trump administration H-1B policy,Immigration policy,Skilled talent availability,US innovation,India-US relations,Visa policies
आत्मसमर्पण करने वालों को पुनर्वास नीति का लाभ
आत्मसमर्पण के बाद इन माओवादियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत सभी लाभ दिए जाएंगे। इनमें 50,000 रुपये की प्रारंभिक सहायता राशि, कौशल विकास प्रशिक्षण और स्वरोजगार के अवसर शामिल हैं, ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें। पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि पुलिस की आक्रामक रणनीति और लगातार अभियानों के कारण माओवादी संगठन कमजोर हो रहा है, जिसका नतीजा यह है कि बड़ी संख्या में नक्सली अब आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
अब तक 1113 से अधिक माओवादियों ने किया आत्म समर्पण
यह आत्मसमर्पण इस बात का प्रमाण है कि ‘लोन वर्राटू’ अभियान प्रभावी ढंग से काम कर रहा है। इस अभियान के तहत अब तक 1113 से अधिक माओवादी मुख्यधारा में लौट चुके हैं। दंतेवाड़ा पुलिस ने माओवादियों से एक बार फिर हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति और सद्भाव की राह अपनाने की अपील की है
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