बुंदेलखंड को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाने की पहल
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर तालबेहट किला (ललितपुर), कालिंजर किला (बांदा), मडफा (चित्रकूट), बरूआ सागर (झांसी) व उसके के घाट की सीढ़ियों के रखरखाव की जिम्मेदारी राज्य सरकार को हस्तांतरित करने के लिए पत्र लिखा है। अभी तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा इन पर्यटन स्थलों कॆ संरक्षित किया जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पिछली 16 सितंबर को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा है कि बुंदेलखंड भारत का हृदयस्थल है। यह क्षेत्र पाषाण काल से ही मानव की गतिविधियों का साक्षी रहा है।
कालांतर में गुप्त एवं चंदेल राजाओं द्वारा यहां पर अनेक मंदिरों, किलों का निर्माण कराया गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड में स्थित महलों, किलों तथा स्मारकों को संरक्षित कर इन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का सुझाव दिया था।Stock Market Today, Gift Nifty Today, Share market updates, Indian stock market, Asian markets, Swiggy, Akzo Nobel, Dilip Buildcon, HCL Technologies, Torrent Power
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के स्वामित्व में स्थित स्मारक स्थलों का संरक्षण, संर्वधन एवं विकास कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इसके लिए विशेषज्ञ संस्था पर्यावरण, नियोजन और प्रौद्योगिकी केंद्र (सीईपीटी यूनिवर्सिटी) अहमदाबाद से सर्वेक्षण कराया गया है।
रिपोर्ट में कुल 31 पर्यटन स्थलों को चयनित किया गया है। इनमें से पांच किले व स्मारक एएसआई के संरक्षण में है। इनके संरक्षण एवं जनोपयोगी बनाने के लिए यह आवश्यक है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित स्थलों को रखरखाव के लिए राज्य सरकार को सौंपा जाए। |