मौसम विभाग ने 5 से 7 अक्टूबर तक बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है।  
 
  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, जागरण, श्रीनगर। गुलमर्ग, गुरेज और अन्य पर्वतीय क्षेत्रों सहित कश्मीर के ऊंचे इलाकों में इस सप्ताह मौसम की पहली बर्फबारी हुई है, जिसके बाद से घाटी में सर्दियों का समय से पहले आगमन का संकेत मिला।  
गुरेज़ घाटी में बर्फबारी के बाद यातायात प्रतिबंध  
 
इसके अलावा अनंतनाग के सिंथन टॉप, ज़ोजिला दर्रा, गुमरी, मिनीमर्ग के अलावा अन्य कई ऊंचाई वाले इलाकों में भी ताजा बर्फबारी हुई है। गुरेज घाटी के प्रवेश द्वार राजदान टॉप पर बर्फबारी के बाद अधिकारियों ने सोमवार को बांडीपोरा-गुरेज मार्ग पर वाहनों की आवाजाही अस्थायी रूप से रोक दी। अधिकारियों ने कहा कि यह कदम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से एहतियाती उपाय के रूप में उठाया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
  
 
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एहतियात के तौर पर बंद किया गया मार्ग  
 
गुरेज़ के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मुख्तार अहमद ने पुष्टि की कि ऊंचाई वाले इलाकों में ताज़ा बर्फबारी के बाद 84 किलोमीटर लंबे बांडीपोरा-गुरेज मार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। एसडीएम ने कहा, “हमने सुरक्षा एहतियात के तौर पर वाहनों की आवाजाही रोक दी है। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और मौसम में सुधार होते ही सड़क को फिर से खोल दिया जाएगा।“  
 
  
यातायात प्रतिबंध और सुरक्षा उपाय  
 
इस बीच, मध्य कश्मीर के ज़ोजिला और सोनमर्ग के ऊपरी इलाकों में भी बर्फबारी की खबर है। एक यातायात अधिकारी ने कहा कि अगर बर्फबारी जारी रही तो किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर भी यातायात रोक दिया जाएगा।  
 
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तापमान में भारी गिरावट  
 
वहीं ताजा बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट आई है। यह जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में सर्दी के मौसम की शुरुआत का संकेत है। अधिकारियों ने वाहन चालकों को सलाह दी है कि वे सतर्क रहें तथा जब तक परिस्थितियां अनुकूल न हो जाए, पहाड़ी मार्गों से यात्रा करने से बचें। अधिकारियों ने बताया कि राजदान टॉप पर सोमवार सुबह से ही हल्की बर्फबारी शुरू हो गई थी, जिससे ऊपरी इलाकों में तापमान में गिरावट आई।  
 
  
मौसम पूर्वानुमान  
 
मौसम अधिकारियों ने पहले ही पश्चिमी विक्षोभ के कारण 5 से 7 अक्टूबर तक जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में और बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई थी। श्रीनगर और उसके आसपास के इलाकों में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है। जबकि उत्तर और दक्षिण कश्मीर के मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम में आए इस नए बदलाव से स्थानीय लोगों और पर्यटकों में खुशी की लहर है, जो इसे सर्दियों के आगमन का पहला संकेत मान रहे हैं।  
 
  
 
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