किशना गैंग के छह गुर्गे हथियारों सहित काबू। सांकेतिक फोटो  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, अमृतसर। जंडियाला गुरु थाने की पुलिस ने विदेश से गैंग चला रहे गैंग्सटर किशना के छह गुर्गों को रविवार की सुबह गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से दो पिस्तौल और दस कारतूस बरामद कर केस दर्ज कर लिया गया है। इंस्पेक्टर मुख्तियार सिंह ने बताया कि आरोपित अपने आका के इशारे पर रंगदारी वसूलने, गोलियां चलाने और नशा बेचने कारनामें कर रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
पुलिस ने पकड़े गए आरोपितों की पहचान शेखुपुरा गांव निवासी सन्नी उर्फ नन्नी, गनोवाल गांव निवासी गगनदीप सिंह उर्फ गजनी, मीरांचक गांव निवासी रविंदर सिंह उर्फ जोबन, धारड़ गांव निवासी अर्शदीप सिंह, मनजिंदर सिंह उर्फ राजन, गन्नोवाल गांव स्थित गोपी दी हवेली के पास रहने वाले करण के रूप में बताई है।  
 
  
 
पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपित रविवार की सुबह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसी आधार पर पुलिस ने इलाके में छापामारी की। सुनसान इलाके में बैठे सभी छह आरोपितों को काबू कर लिया गया। उनके कब्जे से दो पिस्तौल, दो मैगजीन और दस कारतूस बरामद किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि गैंग्सटर किशना और गैंग्सटर हैपी जट की आपस में दुश्मनी है।  
 
जेल जमानत पर छूटने के बाद किशना दुबई और जेल से छूटने के बाद हैपी जट हत्या और रंगदारी जैसे अपराध करने के बाद यूएसए फरार हो गया था। दोनों ने फर्जी पासपोर्ट तैयार करवाए थे। दोनों के खिलाफ फर्जी पासपोर्ट के आरोप में केस भी दर्ज किए जा चुके है।  
 
  
 
इसके बाद विदेश से दोनों गैंग्सटर रंगदारी वसूलने, गोलियां चलाने और अन्य आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवा रहे हैं। हैपी जट के गुर्गों पर वकील लखविंदर सिंह की हत्या का भी आरोप है।  
 
पूछताछ में आरोपितों ने कई राज खोले हैं। पुलिस को पता चला है कि उनके निशाने पर कौन - कौन से कारोबारी और डाक्टर थे जिनसे रंगदारी वसूली जानी थी। |