जागरण संवाददाता, बहराइच। पर्यटन विभाग की ओर से कतर्नियाघाट में पर्यटन सुविधा केंद्र निर्माण की हरी झंडी एक वर्ष पूर्व दी गई थी, लेकिन आरक्षित वन क्षेत्र का हवाला देकर वन विभाग ने जमीन नहीं दी।
जिसके चलते कार्य योजना चित्तौरा झील स्थानांतरित कर दी गई है। अब चित्तौरा में इसका निर्माण होगा। जिससे चित्तौरा की छटा पर्यटन मानचित्र पर बिखरेगी।
प्रदेश सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने और ऐतिहासिकल स्थलों को संजोने के लिए बजट जारी किया है। इसके लिए एक वर्ष पूर्व कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में पर्यटन सुविधा केंद्र खोलने की हरी झंडी दी गई थी।
इसके लिए पर्यटन विभाग ने अधिकारियों से वार्ता कर विभिन्न निर्माण के लिए लगभग 10 बीघा जमीन की मांग की थी, लेकिन वन विभाग ने आरक्षित वन क्षेत्र में जमीन न होने का हवाला दे दिया। जिस पर पर्यटन विभाग ने पुर्नविचार करते हुए कार्य योजना को चित्तौरा के लिए स्थानांतरित कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चित्तौरा झील के पास पर्यटन सुविधा केंद्र का निर्माण होगा। सहायक अभियंता पर्यटन विभाग तबरेज वारसी ने बताया कि चित्तौरा में जमीन मिल गई है। निर्माण क्या-क्या होने है, इसका खाका तैयार किया गया है।
शासन को चार करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है। बजट आते ही निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। इसका लाभ जिले के साथ प्रदेश के पर्यटकों को मिलेगा।
यह होंगे निर्माण
जिला पर्यटन अधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निर्माण में पर्यटन कार्यालय, यात्र आवास, होटल, कला और शिल्प केंद्र, फूड कोर्ट, शॉपिंग मार्ट, पार्किंग स्थल, सूचना केंद्र और परिवहन सुविधाओं का निर्माण होगा।
पर्यटन सुविधा केंद्र बनने से चित्तौरा झील की एक अलग पहचान बनेगी। पर्यटकों के आने से सरकार के राजस्व को भी लाभ मिलेगा। |