प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
संवाद सूत्र, नवहट्टा (सहरसा)। मौसम में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है।
तापमान में अचानक गिरावट के बाद सीएचसी नवहट्टा से लेकर पीएचसी तक मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सीएचसी ओपीडी में प्रतिदिन दो ढाई सौ से अधिक मरीज परामर्श के लिए पहुंच रहे हैं, जिनमें अधिकतर सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल बुखार से पीड़ित हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चिकित्सकों की मानें तो मौसमी बीमारियों की चपेट में बच्चों के साथ ही अन्य लोग भी बीमार होकर अस्पताल आ रहे हैं। शनिवार को नवहट्टा सीएचसी में 135, चन्द्रायण रेफरल में 26 साहपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में 19 मरीज इलाज हेतु पहुंचे।
छोटे बच्चे सर्दी, खांसी, गले में खराश, जकड़न और तेज बुखार जैसी समस्याओं सामने आ रही है तो बुजुर्गों में बुखार और दम फूलने व नाक, कान और गले के इंफेक्शन के मरीजों की समस्या अधिक है। बदलता मौसम लोगों को नाक, कान और गले के इंफेक्शन की रोगी की संख्या बढ़ा रहा है।
संबंधित रोग के विशेषज्ञ डॉ. राकेश कुमार का कहना है कि सर्दी बढ़ गई है और पिछले एक माह से प्रदूषण भी काफी अधिक है। गले में संक्रमण, टांसिल और कान में दर्द के मरीज भी पहुंच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी तरह के लक्षण होने पर तत्काल रोगी को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, खासकर अगर लक्षण गंभीर हों या आपको फ्लू के लक्षण हों, क्योंकि ये सामान्य सर्दी-जुकाम से अलग हो सकते हैं, जिसके लिए एंटी-एलर्जी दवाएं, गर्म पानी के गरारे, नमक-पानी के नेजल स्प्रे और आराम जरूरी है।
उन्होंने बच्चे और बुजुर्ग को गर्म कपड़ों के इस्तेमाल करने तथा कान नाक गला को भी ढंक कर रखने की बात कही। |