बावल औघोगिक क्षेत्र में लगी स्ट्रीट लाइटें। फोटो सौजन्य- जागरण  
 
  
 
  
 
प्रीतम सिंह, रेवाड़ी। लंबे समय से बदहाल बावल औद्योगिक क्षेत्र की स्ट्रीट लाइटें जल्द ही सुचारू रूप से कार्य करेंगी। हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) की ओर से स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत व रखरखाव के लिए करीब सात करोड़ 93 लाख रुपये का टेंडर छोड़ दिया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
संभवतया छह माह में यह कार्य पूरा कर दिया जाएगा। इसके बाद औद्योगिक क्षेत्र में कहीं भी अंधेरा नहीं रहेगा। इसके बाद औद्योगिक क्षेत्र में रात को श्रमिकों के साथ होने वाली घटनाओं पर भी विराम लग सकेगा। पिछले दो माह के दौरान श्रमिकों से मारपीट की सात से अधिक घटनाएं हो चुकी है।  
 
  
 
बता दें कि करीब 1200 एकड़ में फैले बावल औद्योगिक क्षेत्र में छोटी-बड़ी पांच सौ से अधिक औद्योगिक इकाइयां है,जिनमें तीनों शिफ्टों में पचास हजार से अधिक श्रमिक कार्य करते है। रात की शिफ्ट 10 बजे शुरू होती है।  
 
इस समय श्रमिकों का फैक्ट्री आना-जाना बना रहता है। औद्योगिक क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें बदहाल होने के कारण अंधेरा छाया रहता है,जिससे रात के समय श्रमिकों के साथ मारपीट व छीना-झपटी की घटना होती रहती है।   
 
  
 
औद्योगिक क्षेत्र में सुठानी नहर, सेक्टर दो, असाही फ्लाइओवर के नीचे, बनीपुर चौक, पातुहेडा चौक, आसलवास के समीप, निगम कार्यालय के समीप, रूध पुल के समीप व सुठानी के शमशान घाट के समीप सहित कई स्थान ऐसे है,जहां रात के समय श्रमिकों के साथ घटनाएं अधिक होती है।  
औद्योगिक इकाइयों के संगठनों ने भी उठाई थी मांग  
 
फैक्ट्रियों में कार्य करने वाले श्रमिकों के साथ अंधेरे के कारण होने वाली छीना-झपटी व मारपीट की घटनाओं के विरोध फैक्ट्रियों प्रबंधकों की ओर से भी कई बार निगम के अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया गया था। अनेक फैक्ट्री संचालक व्यक्तिगत रूप से मिलकर भी क्षेत्र की बदहाल लाइटों को ठीक कराने की मांग कर चुके थे।  
 
  
 
   
  
बावल औद्योगिक क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत व उनकी देखभाल के लिए सात करोड़ 93 लाख रुपये के टेंडर कर दिए गए है। कई स्थानों पर कार्य भी शुरू कर दिया। करीब छह माह में यह कार्य पूरा कर दिया जाएगा। इसके बाद औद्योगिक क्षेत्र जगमग रहेगा।  
  
-दिनेश श्योराण, प्रभारी, इलेक्ट्रिक विंग, एचएसआइआइडीसी बावल   |