ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा के चर्चित धार्मिक स्थल मां तारिणी पीठ को विश्वस्तरीय तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने के लक्ष्य के साथ रविवार को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 312 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी समन्वित विकास परियोजना का शिलान्यास किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्यमंत्री ने कहा कि मां तारिणी के आशीर्वाद से इस परियोजना में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र की सुंदरता बढ़ाने तथा तीर्थयात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु स्वीकृत राशि एक वर्ष के भीतर खर्च की जाएगी।
प्रमुख सुविधाएं
करीब 60 एकड़ जमीन पर होने वाले इस विकास कार्य में 216 बेड का यात्री निवास, तीर्थयात्री केंद्र, व्याख्यान केंद्र, भोजन प्लाज़ा, वॉच टावर, मार्केट कॉम्प्लेक्स, नारियल गोदाम, 500 श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद-सेवन हॉल, शौचालय ब्लॉक, वस्त्र कक्ष, जूता स्टैंड, टिकट काउंटर, हाथ-पैर धोने की सुविधा, ड्राइवरों के लिए विश्राम गृह, मंदिर मार्ग का चौड़ीकरण व पार्किंग व्यवस्था, चारों पुष्करिणियों का सौंदर्यीकरण शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर सेवायतों के लिए आवास भी बनाए जाएंगे।उन्होंने जिला प्रशासन को डीपीआर तैयार करने और पुरातत्व व निर्माण से जुड़े विभागों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
लागत 150 करोड़ से बढ़कर 312 करोड़ पहुंची
मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि परियोजना का नक्शा करीब छह बार संशोधित किया गया, ताकि यह उच्च गुणवत्ता वाली योजना बन सके। प्रारंभिक लागत 150 करोड़ थी, जो बेहतर सुविधाओं के कारण बढ़कर 312 करोड़ तक पहुंच गई।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि मां तारिणी पीठ के विकास में धन की कभी कमी नहीं होने दी जाएगी।राज्य भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि मां तारिणी आस्था और विश्वास की प्रतीक हैं और यह परियोजना देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी हेलिकॉप्टर से घटगांव पहुंचे, जहां रोड शो के बाद उन्होंने मां तारिणी के दर्शन कर पूजा-अर्चना की तथा गायत्री नवकुंडी यज्ञ में पूर्णाहुति दी।इसके बाद मंदिर परिसर में शिलान्यास कार्यक्रम संपन्न हुआ।कार्यक्रम में कई मंत्री, सांसद, विधायक और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। |